सात साल बाद भी नहीं हुआ भूस्खलन का ट्रीटमेट
संवाद सूत्र कर्णप्रयाग बरसात शुरू होते ही नगरपालिका कर्णप्रयाग के अंर्तगत अपर बाजार रामलीला
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: बरसात शुरू होते ही नगरपालिका कर्णप्रयाग के अंर्तगत अपर बाजार रामलीला मैदान से मस्जिद परिसर तक भूस्खलन के चलते खतरा बन गया है। इसे लेकर स्थानीय भवन स्वामियों ने उप जिलाधिकारी कर्णप्रयाग वैभव गुप्ता के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर भूस्खलन की रोकथाम न किए जाने पर सपरिवार धरना देने की चेतावनी दी है।
पत्र में कहा गया है कि वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद 100 मीटर भूभाग में 20 से अधिक भवनों में रहने वाले स्थानीय बाशिदों को प्रशासन की ओर से भूस्खलन के चलते मकान खाली करने को कहा गया था। लेकिन, सात साल बीत जाने के बावजूद प्रशासन व पालिका की ओर से भूस्खलित क्षेत्र के ट्रीटमेंट के नाम पर कोई पहल नहीं की गई। इससे दो दिन की मूसलधार बारिश के बाद भवनों से पांच से छह मीटर की दूरी पर पहाड़ी में दरार आने से निवासी भयभीत हैं। भवन स्वामी अनिल खंडूड़ी, बल्लभ प्रसाद, नरेश, सतेंद्र डिमरी, नवीन डिमरी ने कहा कि भूस्खलन के चलते दो दर्जन से अधिक आवासीय भवन में रहने वाले हर समय खतरे में रहने को विवश हैं। पत्र में त्रिलोक सिंह, जय सिह, जगदंबा प्रसाद, अनिल खंडूडी के हस्ताक्षर हैं। वहीं इस संबध में उप जिलाधिकारी कर्णप्रयाग वैभव गुप्ता ने बताया कि नगर पालिका को रामलीला मंदिर से हनुमान मंदिर और मस्जिद परिसर तक हो रहे भूस्खलन को रोकने के लिए प्रस्ताव तैयार करने सहित सात वर्ष के दौरान इस संबध में कोई पहल नहीं किए जाने पर जबाब मांगा गया है।
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भूस्खलन से आवासीय भवन की दीवार ढही: अपर बाजार से लगे प्रयाग लाज के समीप भवनस्वामी अमीरुद्दीन ने एसडीएम कर्णप्रयाग वैभव गुप्ता को बीते दो दिन हुई बारिश के बाद भूस्खलन के चलते आवासीय भवन की दीवार टूट जाने संबंधी पत्र सौंपा है। पत्र में कहा गया है कि प्रार्थी गरीब होने के कारण टूटी दीवार की मरम्मत करने में सक्षम नहीं है। यदि शीघ्र दीवार निर्माण नहीं किया गया तो मकान को नुकसान पहुंच सकता है।