भूधसाव से अब खतरे की जद में राजनगर के भवन

नगर पालिका कर्णप्रयाग में मूसलधार बारिश के साथ भूस्खलित जोन भी बढ़ते जा रहे हैं। बीती मंगलवार और बुधवार रात बारिश के बाद कर्णप्रयाग-बदरीनाथ राजमार्ग के राजनगर की पहाड़ी के ऊपरी हिस्से में हुए भूस्खलन से आधा दर्जन आवासीय भवन खतरे की जद में आ गए जबकि भवन से लगी गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 05:18 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 05:18 PM (IST)
भूधसाव से अब खतरे की जद में राजनगर के भवन
भूधसाव से अब खतरे की जद में राजनगर के भवन

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: नगर पालिका कर्णप्रयाग में मूसलधार बारिश के साथ भूस्खलित जोन भी बढ़ते जा रहे हैं। बीती मंगलवार और बुधवार रात बारिश के बाद कर्णप्रयाग-बदरीनाथ राजमार्ग के राजनगर की पहाड़ी के ऊपरी हिस्से में हुए भूस्खलन से आधा दर्जन आवासीय भवन खतरे की जद में आ गए, जबकि भवन से लगी गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई। इसके अलावा बरसाली को जाने वाला पैदल मार्ग भी आवाजाही के लिए खतरे से खाली नहीं है। सूचना पर पहुंचे तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव ने नुकसान का जायजा लिया।

क्षेत्र में बारिश के बाद अब भूधसाव और पहाड़ियों में दरार आने का सिलसिला जारी है। इससे पहले अपर बाजार रामलीला मैदान से मस्जिद परिसर व बहुगुणानगर में कर्णप्रयाग-नैनीसैंण मोटर मार्ग की निकासी व्यवस्था सुचारू न होने, एनएच कार्य के चलते पहाड़यां नाजुक हो चुकी हैं।

बहुगुणा नगर में प्रशासन की ओर से मौका-मुआयना कर 16 भवन भूधसाव की जद में चिह्नित हैं। इनमें से पांच भवन स्वामी किराये के मकान में रहने को मजबूर हैं। इसी तरह आइटीआइ, सुभाषनगर जाने वाले मार्ग से लगे भवन, पंप परिसर सहित शक्तिनगर परिक्षेत्र में भी भूस्खलन का खतरा बरकरार है। राजनगर निवासी गजेंद्र सिंह रावत की गोशाला पहाड़ी से आए मलबे में दब गई। गनीमत यह रही कि मवेशियों को नुकसान नहीं पहुंचा। वहीं भूस्खलन से हेमंत चमोला, दुर्गा प्रसाद और हरीश के आवासीय भवनों में पहाड़ी का मलबा घुस गया, जबकि पान सिंह व धूम सिंह के आवासीय भवन तक पहाड़ी में आए दरार से हर समय खतरा बरकरार है।

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भूधसाव से टूटे पेयजल योजना के पाइप: राजनगर में भूधसाव के चलते नगर क्षेत्र की लिफ्ट पेयजल योजना के पाइप भी इसकी चपेट में आ गए हैं। जल संस्थान अधिकारियों की मानें तो पहले ही आलवेदर कटिग के चलते बाबा आश्रम के समीप पहाड़ी से आए मलबे के चलते पेयजल योजना खतरे में है। वहीं अब राजनगर में पेयजल योजना का पांच हजार केएल का टैंक व मुख्य बाजार को गुजरने वाली पाइप लाइन टूट गई, जिससे बाजार वार्ड में आपूर्ति ठप रही। वहीं बरसाली गांव को जाने वाला पैदल मार्ग भी भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गया है। जल संस्थान के अवर अभियंता मनमोहन राणा ने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था कर नगर की पेयजल आपूर्ति सुचारू कर दी गई है।

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