पहाड़ी से भूस्खलन, मोटर मार्ग बाधित

विकासखंड कर्णप्रयाग में कोल्सों सीरी बगोली गांवों में गुरुवार सुबह अतिवृष्टि के बाद हुए भूस्खलन से ग्रामीण मोटर मार्गों पर भारी मलबा जमा हो गया जिससे दिनभर वाहनों का आवागमन ठप रहा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 05:24 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 10:43 PM (IST)
पहाड़ी से भूस्खलन, मोटर मार्ग बाधित
पहाड़ी से भूस्खलन, मोटर मार्ग बाधित

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: विकासखंड कर्णप्रयाग में कोल्सों, सीरी, बगोली गांवों में गुरुवार सुबह अतिवृष्टि के बाद हुए भूस्खलन से ग्रामीण मोटर मार्गों पर भारी मलबा जमा हो गया, जिससे दिनभर वाहनों का आवागमन ठप रहा।

गुरुवार सुबह जेंटाकोटी, सीरी-सिरपा, चूला-गबनी मोटर मार्गों पर भारी मात्रा में मलबा आ गया, जिससे जेटा, कोटी, मटियाला, चूला, गबनी, सीरी, कोल्सों, सोया, पन्रा, सीरी गांव से अपने नजदीकी मुख्यालय, तहसील व बाजार आए ग्रामीणों को अपने गांव पैदल लौटना पड़ा। सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश भंडारी, गिरीश नौटियाल, भरत सिंह और महिपाल सिंह ने बताया कि भूस्खलन से बगोली बाजार, कोल्सों सहित अन्य गांवों में बसे परिवारों को खतरा पैदा हो गया है। यही नहीं, भूस्खलन से गांव की पेयजल योजनाएं, पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि खेतों में मलबा जमा हो गया है। ग्रामीण मोटर मार्गो के बंद होने की सूचना स्थानीय प्रशासन व लोनिवि को दी गई, जिसके बाद जेसीबी मशीन से मलबे को हटाकर यातायात बहाल करने का काम शुरू किया गया। उपजिलाधिकारी वैभव गुप्ता ने बताया बरसात में मोटर मार्गों पर जमा मलबे को हटाने के निर्देश कार्यदायी संस्थाओं को दिए गए हैं।

सिनखाल गांव में आवासीय भवन खतरे की जद में

कर्णप्रयाग: बुधवार हुई बारिश के बाद विकासखंड कर्णप्रयाग के सिनखाल केदारूखाल निवासी रघुवीर सिंह चौहान के घर का आंगन व दीवार क्षतिग्रस्त होने से मकान को खतरा पैदा हो गया है वहीं यह मलबा गंगा सिंह चौहान के आवासीय परिसर में जमा होने से खतरा बढ़ गया है। दोनों भवनों में रहने वाले परिवारों को बारिश के बाद अब मकान ढ़हने का खतरा बना है। इस संबध में उपजिलाधिकारी वैभव गुप्ता को अवगत कराया गया है। भवन स्वामी रघुवीर सिंह ने स्थानीय प्रशासन को लिखे पत्र में कहा है कि उन्होंने किसी तरह आवासीय भवन बनाया था, लेकिन अब भूस्खलन के चलते वहां रहना खतरे से खाली नहीं है। कनिष्ठ प्रमुख अनिता सेमवाल ने गुरुवार को क्षतिग्रस्त भवन का स्थलीय निरीक्षण किया और प्रभावित परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। साथ ही उपजिलाधिकारी से प्रभावित परिवार को प्राथमिक विद्यालय सिनखाल में रहने और त्वरित सहायता के रूप में तिरपाल व खाद्य सामग्री वितरित करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर राजस्व उपनिरीक्षक नीरज पुरोहित, हेमंत सेमवाल मौजूद थे।

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