धाम के लिए रवाना हुई चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की डोली, 17 मई को खोले जाएंगे कपाट

चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की डोली गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर परिसर से रविवार को कैलाश के लिए रवाना हो गई है। सीमित संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में भोले अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास कैलाश को रवाना हुए। 17 मई को ब्रह्ममुहूर्त में भगवान रुद्रनाथ के कपाट खोल दिए जाएंगे।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 05:36 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 05:36 PM (IST)
धाम के लिए रवाना हुई चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की डोली, 17 मई को खोले जाएंगे कपाट
धाम के लिए रवाना हुई चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की डोली।

संवाद सहयोगी गोपेश्वर (चमोली)। चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की डोली गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर परिसर से रविवार को कैलाश के लिए रवाना हो गई है। सीमित संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में भोले अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास कैलाश को रवाना हुए। 17 मई को ब्रह्ममुहूर्त में हिमालय के मखमली बुग्यालों के मध्य स्थित पंच केदार में शामिल भगवान रुद्रनाथ के कपाट खोल दिए जाएंगे। 

चमोली जिले में समुद्रतल से 11808 फीट की ऊंचाई पर स्थित चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ धाम के कपाट में भगवान शिव के एकानन मुख के दर्शन होते हैं। 17 मई को कपाट खोले जाने हैं। इसके बाद अब अगले छह माह तक रुद्रनाथ में भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की जाएगी। आभूषणों और फूलों से सजी चतुर्थ केदार रुद्रनाथ की उत्सव डोली पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ रवाना हुई। 

पिछले वर्षों तक सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उत्सव डोली के साथ जाते थे, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस बार भी गिनती के लोगों को ही अनुमति दी गई। इस दौरान मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा गया। पैदल यात्रा में उत्सव डोली का पहला पडाव पनार में रहेगा। इसके बाद अगले दिन डोली रूद्रनाथ पहुंचेगी। भगवान रुद्रनाथ के कपाट 17 मई को ब्रहामुहूर्त में खोले जाएगे।

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