सैकड़ों भक्त बने मां नंदा और लाटू देवता के मिलन के साक्षी

पिडरघाटी में नंदा देवी लोकजात यात्रा को लेकर क्षेत्र में उत्साह बना है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 10:30 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 10:30 PM (IST)
सैकड़ों भक्त बने मां नंदा और लाटू देवता के मिलन के साक्षी
सैकड़ों भक्त बने मां नंदा और लाटू देवता के मिलन के साक्षी

संवाद सूत्र, देवाल: पिडरघाटी में नंदा देवी लोकजात यात्रा को लेकर क्षेत्र में उत्साह बना है। बधाण की नंदा राजराजेश्वरी की लोकजात यात्रा शनिवार को मुंदोली से अपराह्न लोहाजंग होते हुए वाण पहुंची, जहां क्षेत्र के सैकड़ों देवी भक्तों ने देवी की भावपूर्ण स्तुति के साथ अपने 12वें पड़ाव मां नंदा के धर्मभाई लाटू देवता का वाण मंदिर परिसर में विशेष पूजन किया। इस दौरान दूरदराज से ग्रामीण नंदा व लाटू देवता के मिलन के साक्षी बने। देवी जागर व ध्याणियों ने देवी को नए अनाज का भोग लगाकर सोलह श्रृंगार के साथ विदा किया। इससे पूर्व ग्रामीण देवी को मुंदोली से विदा करने गांव की सीमा तक पहुंचे और देवी को जयकारों व जागर गीतों से अगले पड़ाव के लिए विदा किया। रविवार को यात्रा निर्जन पड़ाव गैरोली पातल में रात्रि विश्राम करेगी।

शनिवार को मां नंदा के आगमन पर लोहाजंग में मेले का आयोजन किया गया। दूरदराज गांव घेस, बलाण, पिनाऊ, सूया, धूरा, धारकोट, सवाण गांव के ग्रामीण लोहाजंग पहुंचे और मां नंदा चबूतरे में डोली के दर्शन कर मनौती मांगी। इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष मंशाराम गौड, राजेन्द्र प्रसाद, मोहन चंद्र, राजेश ने कहा अब वाण से नंदा लोकजात यात्रा निर्जन पड़ाव गैरोलीपातल जाएगा। 13 सितंबर को वेदनीकुंड में नंदा सप्तमी के दिन यात्रा का समापन होगा और यात्रा वापस देवराड़ा गांव के लिए लौटेगी। शनिवार को हंस फाउंडेशन की ओर से वाण में देवी भक्तों के लिए विशेष भंडारे का भी आयोजन किया गया।

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17 को होगा माता मूर्ति मेला

गोपेश्वर: भाद्रपद वामन द्वादशी पर श्री बदरीनाथ धाम में आयोजित होने वाला प्रसिद्ध माता मूर्ति मेला इस वर्ष 17 सितंबर को होगा। इस वर्ष यह मेला सादगी से मनाया जाएगा। धार्मिक आयोजन के तहत 16 सितंबर को माणा गांव से भगवान बदरी विशाल के क्षेत्रपाल श्री घंटाकर्ण महाराज भगवान बदरी विशाल को माता मूर्ति की तरफ से उनके माणा स्थित मंदिर में आने का न्योता देंगे। 17 सितंबर को सुबह भगवान बदरी विशाल की पवित्र गद्दी व श्रीउद्धव की डोली बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल के साथ माता मूर्ति के लिए प्रस्थान करेगी। जबकि बामणी गांव स्थित मां नंदा मंदिर में नंदा अष्टमी पर्व 14 सितंबर को आयोजित होगा। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि कोरोना बचाव मानकों का पालन करते हुए इस बार माता मूर्ति मेला सादगी से मनाया जाएगा। भोग के पश्चात श्रीउद्धव सायं को श्री बदरीनाथ धाम वापस आते हैं। इस दौरान मंदिर के कपाट बंद रहेंगे।

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