सरकार ने चीन सीमा पर जनता छोड़ी अनाथ

देवेंद्र रावत गोपेश्वर सरकार व प्रशासन ने नीती मलारी घाटी के तकरीबन एक हजार ग्रामीणों क

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 05:05 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 05:05 PM (IST)
सरकार ने चीन सीमा पर जनता छोड़ी अनाथ
सरकार ने चीन सीमा पर जनता छोड़ी अनाथ

देवेंद्र रावत, गोपेश्वर: सरकार व प्रशासन ने नीती मलारी घाटी के तकरीबन एक हजार ग्रामीणों को अनाथ छोड़ दिया है। बर्फबारी के बाद ग्रामीण बीमार होने लगे हैं। नीती गांव की पुष्पा देवी खाती के पैर में दर्द की शिकायत के बाद ठंड अधिक हुई तो लकवा पड़ा गया। ग्रामीण किसी तरह सात किलोमीटर तक इस महिला को पीठ पर लादकर बांपा तक लाए। मगर यहां से आगे मार्ग खराब होने के कारण उन्हें उनके रिश्तेदार योगेंद्र पाल के घर पर रखा गया है। ग्रामीण एयर एंबुलेंस की मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं। मगर तीन दिनों से प्रशासन एयर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं करा पा रहा है।

भारत-तिब्बत-चीन सीमा को जोड़ने वाला जोशीमठ नीती मलारी हाईवे 19 अक्टूबर को सलधार से नीती तक 85 किलोमीटर क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया था। सीमा सड़क संगठन की ओर से हाईवे को तमक तक खोल दिया गया है। तमक से आगे भापकुंड व कई अन्य स्थानों पर हाईवे बीते छह दिनों से बंद है। 22 अक्टूबर को जिला मुख्यालय गोपेश्वर के कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री ने जब आपदा को लेकर बैठक ली, तब सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने तीन दिन की डेटलाइन नीती तक हाईवे खोलने के लिए दी थी। तीन दिन का समय भी बीत चुका है। परंतु अभी तक तमक से नीती तक 45 किलोमीटर क्षेत्र में हाईवे बंद है। इस समय नीती मलारी घाटी के ग्रामीण शीतकालीन स्थलों पर आने की तैयारी में थे। परंतु सड़क बंद होने के कारण एक हजार के करीब ग्रामीण बार्डर क्षेत्र के गांवों में ही फंस गए हैं। 100 से अधिक ग्रामीण तो पैदल ही निचले स्थानों पर आ गए हैं। नीती गांव में लस्पा त्योहार में भाग लेने के बाद वापस लौटे भगत सिंह खाती ने बताया कि 35 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर तमक पहुंचे। इस दौरान बीच-बीच में जहां सड़क सही है वहां वाहन से भी आए। मलारी गांव के प्रेम सिंह राणा ने बताया कि सरकार व प्रशासन ने नीती मलारी घाटी की जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। कहा कि जल्द सड़क नहीं खोली गई तो हालात और भी खराब हो सकते हैं। प्रभारी जिलाधिकारी वरुण चौधरी ने बताया कि नीती गांव में एक महिला का स्वास्थ्य खराब होने की बात उनके समक्ष आई है। बताया कि मौसम खराब होने के कारण देहरादून से ही हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा है। कोशिश है कि सोमवार तक एयर लिफ्ट कर उन्हें अस्पताल पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि सीमा सड़क संगठन को तत्काल व युद्धस्तर पर सड़क खोलने के लिए कार्य करने को कहा गया है।

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