बड़ागांव में 23 अप्रैल को होगा गरुड़ छाड़ मेला

इस साल बड़ागांव के पंचायत चौक में 23 अप्रैल को गरुड़ छाड़ मेले का आयोजन किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 05:30 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 05:30 PM (IST)
बड़ागांव में 23 अप्रैल को होगा गरुड़ छाड़ मेला
बड़ागांव में 23 अप्रैल को होगा गरुड़ छाड़ मेला

संवाद सूत्र, जोशीमठ: इस साल बड़ागांव के पंचायत चौक में 23 अप्रैल को गरुड़ छाड़ मेले का आयोजन किया जाएगा। परंपरा के अनुसार इस साल पंचायत की ओर से भगवान कृष्ण व उनके वाहन गरुड़ को संदीप भंडारी छूकर अपने घर ले जाएंगे। गांव में संदीप भंडारी के घर पर तीन दिनों तक भगवान कृष्ण व गरुड़ की विशेष पूजा-अर्चना होगी।

गरुड़ छाड़ मेला बड़ागांव में सदियों से मनाया जा रहा है। यहां एक साल गरुड़ छाड़ व एक साल हस्तोला मेले का आयोजन होता है। मेले के दौरान परंपरानुसार मां भगवती व भूमियाल देवता अपने मंदिर से पंचायत चौक में लाए जाते हैं। यहां पर मां दुर्गा, क्षेत्रपाल भूमियाल देवता की विशेष पूजा होती है। इस दौरान जाख देवता का नृत्य भी होता है। गरुड़ छाड़ के दिन बड़ागांव में एक बड़ा मेले का आयोजन होता है। जिसमें 18 पत्तर, 18 ताल डोल दमाऊ, भौंकरों की थाप पर देवताओं का नृत्य होता है। सूर्य, नारद, नृसिंह, गणेश, राम, लक्ष्मण, सीता का विशेष नृत्य होता है। देव नृत्य के बाद गांव में एक स्थान पर 500 मीटर रस्सी प्राचीन सुराई के पेड़ पर लगाई जाती है। इस रस्सी के सहारे भगवान गरुड़ व भगवान कृष्ण आते हैं। ज्यूं ही भगवान कृष्ण व गरुड़ आते हैं, उसी दौरान मां दुर्गा, भूमियाल देवता अवतार लेते हैं। पंच रस्सी के चारों ओर घेरा बनाकर खड़े हो जाते हैं। ताकि भगवान कृष्ण व गरुड़ को पंचों की ओर से निर्धारित व्यक्ति के अलावा कोई छू ना सके। फिर निर्धारित व्यक्ति भगवान कृष्ण व गरुड़ को अपने पास रखता है। मान्यता है कि जो व्यक्ति गरुड़ व कृष्ण को छूता है, उसे हर हाल में संतान की प्राप्ति होती है।

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