बदरीनाथ धाम में परिक्रमा स्थल से बर्फ हटाने का काम पूरा

संवाद सहयोगी गोपेश्वर (चमोली) चार धाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। बदरीनाथ धाम में प

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 06:31 AM (IST)
बदरीनाथ धाम में परिक्रमा स्थल से बर्फ हटाने का काम पूरा
बदरीनाथ धाम में परिक्रमा स्थल से बर्फ हटाने का काम पूरा

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर (चमोली): चार धाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। बदरीनाथ धाम में परिक्रमा स्थल और सीढि़यों से बर्फ हटाने का काम पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा मंदिर में बिजली की आपूर्ति सुचारु हो गई है। वहीं, परिसर और रिहाइशी इलाकों से बर्फ हटाने का कार्य जारी है।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि साफ-सफाई का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। मंदिर में रंग रोगन का कार्य शुरू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बामणी गांव के पास नदी में मंदिर समिति का पावर हाउस है। इसमें बिजली उत्पादन शुरू हो गया है। 40 किलोवाट के पावर हाउस से बिजली आपूर्ति भी सुचारु हो गई है। मुख्य कार्याधिकारी ने बताया कि अब धर्मशालाओं और गेस्ट हाउसों से बर्फ हटाने के साथ ही मरम्मत का कार्य भी आरंभ कर दिया गया है।

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यात्रियों को परोसी जाएगी तुलसी चाय

मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि इस बार मंदिर समिति दर्शन के लिए कतार में लगे यात्रियों को तुलसी चाय परोसेगी। उन्होंने बताया कि इस बार अभी तक विशेष पूजाओं के लिए चार लाख 29 हजार 663 लोग अग्रिम बुकिंग करा चुके हैं। ऐसे में उम्मीद है कि यात्रियों की तादाद खासी हो सकती है। उन्होंने बताया कि बीते सीजन में यह आंकड़ा 2.20 लाख था।

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हेमकुंड साहिब मार्ग पर सेना ने शुरू किया बर्फ हटाने का कार्य

हेमकुंड साहिब मार्ग पर सेना के जवानों ने बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया है। इस काम में सेना के 40 जवानों के साथ गुरुद्वारा गोविंदघाट के 22 सेवादार भी जुटे हैं। दरअसल, इस बार शीतकाल में भारी बर्फबारी के बाद हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग को काफी नुकसान पहुंचा है। प्रमुख पड़ाव घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक पांच किलोमीटर लंबे मार्ग पर जगह-जगह विशाल हिमखंड हैं। यही वजह है कि कपाट खुलने की तिथि 25 मई से बढ़ाकर एक जून कर दी गई है।

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