बदरीनाथ में अनशनरत मौनी बाबा ने दी जल त्यागने की चेतावनी
श्रद्धालुओं को भगवान बदरी विशाल के दर्शनों की अनुमति देने और चारधाम यात्रा अविलंब शुरू करने की मांग को लेकर बेमियादी अनशन पर रहे धर्मराज भारती उर्फ मौनी बाबा ने प्रशासन व सरकार के रवैए पर आक्रोश जताया है।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: श्रद्धालुओं को भगवान बदरी विशाल के दर्शनों की अनुमति देने और चारधाम यात्रा अविलंब शुरू करने की मांग को लेकर बेमियादी अनशन पर रहे धर्मराज भारती उर्फ मौनी बाबा ने प्रशासन व सरकार के रवैए पर आक्रोश जताया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड व प्रशासन का यही रवैया रहा तो वह जल का भी त्याग कर देंगे। कहा कि सरकार चारधाम यात्रा शुरू न कर संतों को भी आहत कर रही है और लगता है कि किसी अनहोनी के बाद ही चेतेगी।
मौनी बाबा पिछले नौ दिनों से बदरीनाथ से लगे बामणी गांव के ऊपर स्थित अपने आश्रम में अनशन पर डटे हैं। गुरुवार को उन्होंने कहा कि सरकार, देवस्थानम बोर्ड या प्रशासन का कोई भी प्रतिनिधि अब तक उनके हालचाल पूछने नहीं आया। बावजूद इसके जब तक स्थानीय निवासी, संत व हक-हकूकधारियों को भगवान नारायण के दर्शनों की अनुमति नहीं मिल जाती, उनका अनशन जारी रहेगा। अनशन के नवें दिन चिकित्सकों की टीम ने मौनी बाबा के स्वास्थ्य का परीक्षण किया।
उधर, मौनी बाबा के समर्थन में बलदेव मेहता, भैरव दास, बाबा अवध बिहारी दास, रविंद्र सिंह, शंकर साह, खामीराम दास सहित अन्य संत व स्थानीय निवासी धरने पर बैठे। दूसरी ओर, साकेत तिराहे पर भी बदरीनाथ दर्शनों की मांग को लेकर स्थानीय निवासियों का क्रमिक अनशन जारी रहा। अनशन पर बैठे देश के अंतिम गांव माणा के प्रधान पीतांबर मोलफा ने कहा कि सरकार को चारधाम यात्रा को लेकर अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर जागरूकता अभियान
पौड़ी: उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति पौड़ी के तत्वावधान में बुधवार को लोनिवि के मुख्य अभियंता कार्यालय एवं अधीक्षण अभियंता कार्यालय 12वां वृत्त में पुरानी पेंशन बहाली समेत 18 सूत्रीय मांगों को लेकर जनसंपर्क अभियान चलाया गया।
कर्मचारियों ने कहा कि लंबे समय से मांगों के निराकरण को लेकर सरकार से गुहार लगाई जा रही है, लेकिन मांगों पर अमल न किए जाने से उन्हें आंदोलन को मजबूर होना पड़ रहा है। 20 सितंबर को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर समिति के मुख्य संयोजक सोहन सिंह रावत, संयोजक सचिव संजय नेगी, रेवती नंदन डंगवाल, जसवंत सिंह रावत, कुलदीप रावत, राजेंद्र सिंह, चंदन सिंह, दीपक कोठारी अरुण उनियाल मोहन सिंह नेगी सुमन सिंह भंडारी, विपिन नेगी आदि शामिल थे।