पाणा ईराणी में विकास के दावे हवाहवाई
खंड के सुदूरवर्ती पाणा ईराणी क्षेत्र में विधायक व सरकार के विकास के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर:
खंड के सुदूरवर्ती पाणा ईराणी क्षेत्र में विधायक व सरकार के विकास के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं।
पाणा ईराणी क्षेत्र के निवासी बरसात के मौसम में जान जोखिम में डालकर गांव तक का सफर करने को मजबूर हैं। यह स्थिति पहली बार नहीं है। हर साल मानसून के दौरान इस क्षेत्र की स्थिति कमोवेश यही रहती है। वर्ष 2013 में पाणा ईराणी के लिए सड़क की प्रथम चरण की कटिग हुई थी। उसके बाद 2020 में इस सड़क के लिए दूसरे चरण का कार्य शुरू किया गया। लेकिन अभी तक पाणा ईराणी तक पहुंचने के लिए चार पुलों का निर्माण नहीं हो पाया है, जिससे ग्रामीण बरसाती गदेरे में जान जोखिम में डालकर गांव तक पहुंचने को मजबूर हैं। ईराणी के प्रधान मोहन सिंह नेगी का कहना है कि शासन और प्रशासन के सामने इस समस्या को लेकर हमेशा ही पत्राचार किए जाते रहे हैं। लेकिन वर्तमान समय भी हालात जस के तस बने हुए हैं। उन्होंने बताया कि झींझी में पाणा ईराणी सड़क पर 65 मीटर लंबा स्पान का पुल बनना है। बताया कि ठेकेदार ने निर्माण कार्य प्रारंभ तो कर दिया। परंतु पुल के दोनों ओर एप्रोच मार्ग बंद होने से बरसाती गदेरे से आवाजाही करनी पड़ रही है। बताया कि गांव तक खाद्य सामग्री व अन्य जरूरी वस्तुएं पहुंचाने के लिए खच्चरों का सहारा लिया जाता है। खच्चर भी बरसाती गदेरे में ही आवाजाही कर रहे हैं। इससे कभी भी खतरा पैदा हो सकता है।