रेल परियोजना कार्यो की रायल्टी करें जमा

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के निर्माण कार्यो की समीक्षा की।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Dec 2020 06:41 PM (IST) Updated:Mon, 28 Dec 2020 10:20 PM (IST)
रेल परियोजना कार्यो की रायल्टी करें जमा
रेल परियोजना कार्यो की रायल्टी करें जमा

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने समय से निर्माण कार्यों को पूरा करने के निर्देश परियोजना अधिकारियों को दिए।

सोमवार को जिलाधिकारी ने कलक्ट्रेट सभागार में रेल परियोजना के अधिकारियों के साथ निर्माण कार्यो की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि परियोजना के निर्माण में जिलास्तर से जो भी कार्य अपेक्षित हैं, वह समय पर किए जाएंगे। उन्होंने रेलवे के अधिकारियों को माइनिग, बैचिग प्लांट, स्टोन क्रशर लगाने एवं अन्य जरूरतों के लिए निर्धारित प्रारूप पर ही आवेदन करने के निर्देश दिए, ताकि समय से नियमानुसार अनुमति जारी की जा सके। जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य के दौरान उत्सर्जित मलबे में से उपलब्ध उपयुक्त पत्थर एवं अन्य खनिजों के उपयोग की दशा में रॉयल्टी राजकोष में तत्काल जमा करवाने के भी निर्देश दिए। कहा कि रॉयल्टी जमा न करने पर जुर्माना भी देना होगा। साथ ही पत्थर एवं अन्य खनिजों के उपयोग का मासिक विवरण प्रत्येक महीने उपलब्ध कराना को कहा। ताकि रॉयल्टी का ठीक से आगणन किया जा सके।

परियोजना के तहत टनल निर्माण में कंट्रोल ब्लास्टिग की अनुमति चाहने पर जिलाधिकारी ने ब्लास्टिग के पूरे नार्म के साथ डिटेल प्लान उपलब्ध कराने की बात कही। कहा कि टनल के आसपास या इसके ऊपर जो भी बसावटें है, उनका गहनता से सर्वे करें और कितने डायमीटर में ब्लास्टिग का प्रभाव हो सकता है इसकी रिपोर्ट दें। ताकि कहीं पर भी सुरक्षा की दृष्टि से अग्रिम कोई कार्यवाही की जानी हो तो समय पर की जा सके। सिवाई में मुआवजा वितरण के दो साल बाद भी कुछ मकान मालिकों के मकान खाली न करने पर जिलाधिकारी ने उन्हें अंतिम नोटिस जारी कर मकान खाली कराने के निर्देश राजस्व उप निरीक्षक को दिए, ताकि परियोजना के निर्माण में कोई बाधा न रहे।

रेल परियोजना के एजीएम विजय ढंगवाल ने प्रजेंटेशन देते हुए बताया कि 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पूरा करने के लिए दिसंबर 2025 तक का लक्ष्य निर्धारित है। इसमें 12 स्टेशन, 17 सुरंगों व 35 ब्रिज बनेंगे। चमोली में गोचर भटनगर और सिवाई में स्टेशन बनने हैं। यहां पर अप्रोच रोड, रेल और रोड ब्रिज बनाने का कार्य चल रहा है। यह भी बताया गया कि उत्तराखंड के चारधाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ व बदरीनाथ को रेल सेवा से जोड़ने के लिए 327 किलोमीटर की चार रेलवे लाइन अलाइनमेंट पर कार्य किया जा रहा है। बैठक में अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल आदि उपस्थित थे।

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