सॉलिड-वेस्ट प्लांट को बजट का इंतजार
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: नगरपालिका के प्रवेश द्वार पर बदरीनाथ राजमार्ग पर पालिका के बनाए डंपिंग जा
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: नगरपालिका के प्रवेश द्वार पर बदरीनाथ राजमार्ग पर पालिका के बनाए डंपिंग जोन से फैल रही गंदगी व जलते कचरे की दुर्गंध से निजात दिलाने के लिए पालिका ने शहरी विकास विभाग को सॉलिड-वेस्ट प्लांट की डीपीआर तैयार कर भेजी है।
वर्ष 2010-2012 में बदरीनाथ-कर्णप्रयाग राजमार्ग पर पंचपुलिया के समीप करोड़ों की लागत से कचरा निस्तारण केंद्र का निर्माण अलकनंदा नदी तट पर किया था, लेकिन अब लगातार एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) के निर्देशों के बाद पालिका के सम्मुख बढ़ती आबादी के साथ प्रतिदिन एकत्रित होने वाले 10 टन से अधिक कचरा निस्तारण की चिंता साल रही थी, और जनपद भ्रमण के दौरान अपर आयुक्त गढ़वाल हरक सिंह ने भी पालिका को अलकनंदा नदी तट व शहर के प्रवेश द्वार पर कचरा निस्तारण के लिए फटकार लगाते हुए जगह तलाशने के निर्देश दिए थे, जिस पर बीते वर्ष पालिका ने अमल करते हुए पालिका क्षेत्र से लगे सेमी-मासो मोटर मार्ग पर जगह तलाश सॉलिड-वेस्ट प्लांट स्थापित करने की कार्ययोजना तैयार कर शासन को भेजी हैं, हालाकि शासनस्तर से फिलहाल दो करोड़ की इस योजना को हरी झंडी नही दी है। दीपक कुमार, अनिल कुमार ने कहा कि पालिका क्षेत्र में शामिल होने से क्षेत्रवासियों को उम्मीद थी कि सफाई व्यवस्था में सुधार होगा लेकिन अब सॉलिड-वेस्ट प्लांट लगाने से प्रदूषण का खतरा बन गया है।
पालिका के अधिकारियों की माने तो एनजीटी के सख्त रवैये से अब कचरा जलाने व नदी में कूड़ा डालने पर पालिका पर जुर्माने का प्रावधान तय किया गया है। ऐसे में पालिका जल्द ही घर-घर पर्यावरण मित्रों व स्वच्छता कमेटी के माध्यम से जैविक व अजैविक कचरे को उठाने का कार्य शुरू करेगी, जिसकी छंटाई के बाद जैविक कचरे से कम्पोस्ट खाद तैयार होगी और अजैविक कचरे को कॉपेक्ट मशीन में कंप्रेश कर रिसाईक्लिंग को भेजा जाएगा जिससे पालिका की आय भी बढ़ेगी।
नगर पालिका कर्णप्रयाग के अधिशासी अधिकारी राजेन्द्र सिंह राणा का कहना है कि एनजीटी से नगर निकायों को जारी नए आदेशों से अब नदी तट पर कूड़ा निस्तारण केन्द्र नही बनाने हैं, पालिका की ओर से सॉलिड-वेस्ट प्लांट लगाने के लिए भूमि का चयन सेमी-मासो मोटर मार्ग पर कर दो करोड़ का इस्टीमेट एक वर्ष पूर्व शासन को भेजा गया है जिसपर स्वीकृति के बाद कार्य शुरू होगा और घर-घर से जैविक व जैविक कचरे को सफाई नायक उठाएंगे।