बारिश से भूस्खलन जोन पर आ रहा मलबा

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : चमोली जिले में कुछ दिन बारिश थमने के बाद भूस्खलन जोनों पर बारिश ने ि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 07:15 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 09:51 PM (IST)
बारिश से भूस्खलन जोन पर आ रहा मलबा
बारिश से भूस्खलन जोन पर आ रहा मलबा

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : चमोली जिले में कुछ दिन बारिश थमने के बाद भूस्खलन जोनों पर बारिश ने फिर खलल डालना शुरू कर दिया है। दो दिनों से चल रही बारिश के बाद लामबगड़ व क्षेत्रपाल के अलावा अन्य भूस्खलन व डेंजर जोनों पर रुक-रुककर मलबा आने से आवाजाही में खतरा पैदा हो गया है। हालांकि प्रशासन ने भूस्खलन व डेंजर जोनों पर मशीनें व मैनपावर तैनात किए हुए हैं। प्रशासन का दावा है कि बारिश के दौरान भूस्खलन जोनों पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी पूरी की गई है।

चमोली जिले में लामबगड़ भूस्खलन जोन तीन दशक से यात्राकाल के दौरान यात्रियों की राह में रोड़ा बन रहा है। इस बार लामबगड़ भूस्खलन जोन के अलावा लामबगड़ नाला व नए उभरे क्षेत्रपाल भूस्खलन जोन ने पूरी बरसात में आवाजाही में दिक्कतें पैदा की। जिले में हल्की सी बरसात में भी इन तीनों जगहों पर मलबा, पत्थर गिरने से यात्रा कई दिनों तक प्रभावित रही। पिछले एक सप्ताह से चमोली जिले में बरसात थम गई थी। जिससे भूस्खलन जोनों पर गिरने वाला मलबा, पत्थर थमने से यात्रियों के अलावा स्थानीय लोगों में राहत है। आम लोग राहत में थे। परंतु बीते दो दिनों से जिस प्रकार बारिश के बाद इन भूस्खलन जोनों पर फिर से मलबा व पत्थर गिरने से बार-बार रास्ते को रोक रहा है। उससे परेशानी बढ़ गई है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि भूस्खलन स्थलों पर पर्याप्त मशीनें व मैन पावर लगाई गई है। ताकि बारिश होने की स्थिति में किसी को दिक्कतें न हों। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि भूस्खलन जोनों पर बारिश के दौरान निपटने के लिए प्रशासन मुस्तैद है।

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