बजट के अभाव में रुका आस्था पथ का निर्माण

तीन साल बाद भी बदरीनाथ यात्रा मार्ग पर तीर्थनगरी कर्णप्रयाग स्थित अलकनंदा व पिंडर संगम तट पर मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप आस्था-पथ निर्माण को वित्तीय स्वीकृति न मिलने से क्षेत्रवासियों में मायूसी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Jan 2021 10:12 PM (IST) Updated:Sun, 03 Jan 2021 10:12 PM (IST)
बजट के अभाव में रुका आस्था पथ का निर्माण
बजट के अभाव में रुका आस्था पथ का निर्माण

कालिका प्रसाद, कर्णप्रयाग

तीन साल बाद भी बदरीनाथ यात्रा मार्ग पर तीर्थनगरी कर्णप्रयाग स्थित अलकनंदा व पिंडर संगम तट पर मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप आस्था-पथ निर्माण को वित्तीय स्वीकृति न मिलने से क्षेत्रवासियों में मायूसी है। वर्ष 2016 में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं पर्यावरण प्रेमियों की मांग पर शक्तिनगर को भूस्खलन के खतरे से रोकने के लिए बाढ़ सुरक्षा कार्य के तहत क्षतिग्रस्त चेकडैम निर्माण की मांग उठाई गई थी। साथ ही कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग से पिंडर व अलकनंदा तटों पर तीर्थाटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डिजाइन तैयार करने को कहा गया था, जिससे भूस्खलन के साथ गंगा तट के दर्शन को आने वाले तीर्थयात्री गंगा दर्शन सुविधा व सुरक्षित कर सके। इसके लिए कार्यदायी संस्था सिंचाई खंड कर्णप्रयाग से निर्माण संबधी डिजाइन व टेंडर संबधी पत्रावलियां तैयार कराई गई, लेकिन तीन साल बाद भी तैयार निर्माण को वित्तीय स्वीकृति का इंतजार है।

विभागीय अधिकारियों की माने तो आपदा के दौरान नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग के शक्तिनगर अलकनंदा नदी तट पर तैयार चेकडैम क्षतिग्रस्त हालत में पहुंच गए थे। जिससे लगातार भूकटाव का खतरा बना था और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने चेकडैम निर्माण के साथ श्रद्धालुओं व क्षेत्रवासियों के लिए नदी तट पर आस्था पथ निर्माण की मांग रखी थी, जिसे 2016 नवंबर माह में मुख्यमंत्री की घोषणा में शामिल कर प्राथमिकता के आधार पर कार्य प्रारंभ की बात कही गई थी। संगम तट से शक्तिनगर की ओर पहाड़ी की ओर 300 मीटर तैयार होने वाले आस्था पथ व 271 मीटर बाढ़ सुरक्षा कार्य सौंदर्यीकरण योजना में शामिल किए गए हैं। इसके लिए तीन करोड़ 71 लाख की वित्तीय स्वीकृति शासन को भेजी जा चुकी है। आस्था पथ निर्माण से यात्राकाल के दौरान तीर्थयात्रियों को संगम तट से लगी अलकनंदा नदी की ओर 160 मी. पैदल पक्का निर्माण होने से घूमने व नजदीक से गंगा का नजारा लेने का अवसर मिलेगा और नदी तट हादसा न हो इसके लिए जल पुलिस की व्यवस्था के साथ सुरक्षा के इंतजाम भी होंगे। वहीं स्थानीय लोगों के साथ आने वाले पर्यटकों को भी आस्था-पथ निर्माण से लाभ मिलेगा और नदी का तट सुरक्षित व सौन्दर्य से भरपूर नजर आएगा।

गंगा आरती के सचेतक उद्धव देवली ने कहा कि हालांकि नमामि गंगे के तहत सिंचाई विभाग से घाट व शवदाह निर्माण सौंदर्यकरण बीते वर्ष पूरा कर लिया था , लेकिन वर्तमान में देखरेख के अभाव में बने शौचालय व शवदाह गृह अनुपयोगी साबित हो रहे हैं जबकि संगम तट बरसाती मलबे से 100 मी. से अधिक दूर हो गया है ऐसे में आस्था पथ का नया निर्माण गंगा तट व भूस्खलित पहाड़ी के ट्रीटमेंट में मदद कर सकता है।

प्रभारी अधिशासी अभियंता लोनिवि खंड, थराली जेपी थपलियाल का कहना है कि मुख्यमंत्री की घोषणा में शामिल कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी तट पर आस्था पथ व चैकडैम निर्माण कार्य हेतु 3.71 करोड़ का प्रस्ताव तैयार कर हाईटैक डिजायन तैयार किया जाना है शीघ्र ही धनराशि स्वीकृति के उपरांत इस पर कार्य प्रारंभ होगा।

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