बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ नाले का बढ़ा जलस्तर, धाम के कार्यों का निरीक्षण कर लौट रहे जिलाधिकारी फंसे
Chamoli Weather Update बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ नाले में बीती शाम से जल स्तर बढ़ गया है। इससे हाईवे पर आवाजाही ठप पड़ गई है। बदरीनाथ धाम का निरीक्षण कर लौट रहे जिलाधिकारी हिमांशू चौहान भी यहां फंसे रहे।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर। Chamoli Weather Update बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ नाले में बीती शाम से जल स्तर बढ़ गया है। इससे हाईवे पर आवाजाही बंद है। बदरीनाथ धाम का निरीक्षण कर लौट रहे जिलाधिकारी भी यहां फंसे रहे। सुबह जब पानी कम हुआ तो नाले में मशीनों ने पत्थर डालकर किसी तरह जिलाधिकारी और अधिकारियों को नाला पैदल पार करवाया। हाईवे खोलने के लिए सुबह से ही मशीनें लगी हैं।
चमोली जिले में रात से ही भारी बारिश हो रही है। फूलों की घाटी, लामबगड़, पांडुकेश्वर क्षेत्र में रात को अतिवृष्टि हुई। बारिश से बदरीनाथ हाईवे लामबगड में भारी बोलडर आने के कारण अवरुद्ध है। हाईवे पूरी तरह से नाले में तब्दील है। सड़क पर भारी बोल्डर और मलबा आने के कारण लगभग 20 मीटर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है।
बदरीनाथ धाम से मास्टर प्लान कार्यों की समीक्षा कर वापस आ रहे चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना भी सड़क बंद होने के कारण कल से लामबगड़ में ही फंसे रहे। सडक बंद होने के चलते जिलाधिकारी जेपी गेस्ट हाउस में ठहरे। बताया गया कि सुबह तक सड़क नहीं खुली तो जिलाधिकारी चमोली के साथ कुछ अधिकारियों ने किसी तरह से इस नाले को पैदल ही पार और गोपेश्वर मुख्यालय के लिए रवाना हुए।
अब नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने अपनी मशीनों की सहायता से सड़क खोलने का काम शुरू कर दिया है। कंपनी की मशीनें पहाड़ी से आए मलबे को हटाने में जुट गई हैं, लेकिन अब भी लामबगड़ नाले में पानी का उफान काफी तेज है। बता दें कि ये नाला बदरीनाथ यात्रा में पिछले एक दशक से अवरोधक सिद्ध हो रहा है। बरसात के समय में हर साल ये उफान पर रहता है, जिस कारण से बदरीनाथ आने-जाने वालों लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पर, अभी तक इसका स्थाई ट्रीटमेंट नहीं हो पाया है।
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