चारधाम यात्रा पूर्ण कर बागेश्वर लौटी छड़ी यात्रा

धार्मिक पर्यटन के प्रचार-प्रसार व उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से 20 अक्टूबर से हरिद्वार मायादेवी मंदिर से शुरू पवित्र छड़ी यात्रा का लंगासू कर्णप्रयाग व आदिबदरीधाम पहुंचने पर भक्तों ने पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया। कर्णप्रयाग पहुंची छड़ी यात्रा का लाटूगैर आश्रम संत पीठाधीश्वर आचार्य श्री एश्वर्यनाथ महाराज ने संत-महात्माओं का स्वागत किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Nov 2021 05:08 PM (IST) Updated:Mon, 01 Nov 2021 10:44 PM (IST)
चारधाम यात्रा पूर्ण कर  बागेश्वर लौटी छड़ी यात्रा
चारधाम यात्रा पूर्ण कर बागेश्वर लौटी छड़ी यात्रा

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: धार्मिक पर्यटन के प्रचार-प्रसार व उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से 20 अक्टूबर से हरिद्वार मायादेवी मंदिर से शुरू पवित्र छड़ी यात्रा का लंगासू, कर्णप्रयाग व आदिबदरीधाम पहुंचने पर भक्तों ने पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया। कर्णप्रयाग पहुंची छड़ी यात्रा का लाटूगैर आश्रम संत पीठाधीश्वर आचार्य श्री एश्वर्यनाथ महाराज ने संत-महात्माओं का स्वागत किया। इस मौके पर उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग संतोष कुमार पांडे, तहसीलदार सुरेन्द्र सिंह देव, राजस्व उपनिरीक्षक हरीश पोखरियाल ने भी यात्रा का स्वागत कर संतों से आशीर्वाद लिया।

छड़ी यात्रा की अगुआई कर रहे संत सिरोमणि महंत शिवदत्त गिरी व प्रेमगिरी महाराज ने कहा जन-जन तक धर्म की पताका को पहुंचाने व धार्मिक स्थलों की जानकारी देने के साथ प्राचीन मठ व धर्मशालाओं की वस्तुस्थिति देखने के लिए संत समाज यात्रा पर है, 20 अक्टूबर को हरिद्वार के मायादेवी मंदिर से शुरू हुई पवित्र छड़ी यात्रा चारो धामों और विभिन्न मंदिर मठो से होते हुए आज कर्णप्रयाग स्थित उमा माहेश्वर आश्रम में पहुंची यहां यात्रा का स्वागत कर दक्षिणा व ऊनी वस्त्र आदि भेंट किए। बाद में यात्रा सिमली चंडिका मंदिर, प्राचीन आदिबदरीधाम होते हुए बागेश्वर को रवाना हो गई। छड़ी यात्रा में सम्मलित सभापति श्री प्रेम गिरी जी महाराज एवम छड़ी महंत शिव दत्त गिरी महाराज एवम महामंडलेश्वर कपिल पुरी महाराज व मंत्री मोहन भारती महाराज का टीका करण किया । इस अवसर पर उमा माहेश्वर आश्रम के महंत देवदूत पीठाधीश्वर आचार्य श्री एश्वर्यनाथ महाराज ने कहा कि 1100 वर्ष पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित करने के लिए वर्ष 2019 में समस्त आखाड़ों व तत्कालीन त्रिवेंद्र रावत सरकार के प्रयासों से छड़ी यात्रा की शुरुआत की गई ।

फोटो- कर्णप्रयाग पहुंची छड़ी यात्रा का लाटूगैर आश्रम पहुंचने पर आश्रम संत ऐश्वर्यनाथ व प्रशासन ने किया स्वागत

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