थल सेना अध्यक्ष जनरल रावत ने बदरी विशाल व मां गंगा के किए दर्शन

थल सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पत्‍नी संग भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए। इसके बाद थल सेनाध्यक्ष बिपिन रावत दोपहर 12.30 बजे गंगोत्री धाम दर्शन को पहुंचे।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 19 Sep 2019 01:12 PM (IST) Updated:Thu, 19 Sep 2019 08:34 PM (IST)
थल सेना अध्यक्ष जनरल रावत ने बदरी विशाल व मां गंगा के किए दर्शन
थल सेना अध्यक्ष जनरल रावत ने बदरी विशाल व मां गंगा के किए दर्शन

चमोली, जेएनएन। थल सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने पत्नी मधुलिका रावत के साथ गुरुवार को बदरीनाथ धाम में भगवान बदरी विशाल व गंगोत्री धाम में मां गंगा के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। जनरल रावत ने भगवान बदरी विशाल से देश की मजबूती व समृद्धि के लिए भी प्रार्थना की। 

गुरुवार को सुबह साढ़े आठ जनरल रावत जोशीमठ से बदरीनाथ धाम पहुंचे। तीर्थ पुरोहितों व स्थानीय लोगों पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ उनका स्वागत किया। मंदिर में धर्माधिकारी भुवन उनियाल ने जनरल रावत की पूजाएं सम्पन्न कराईं। जनरल ने राष्ट्रीय वंदना कर देश की सुख-समृद्धि की कमाना की।

राष्ट्रीय वंदना के माध्यम से सेनाध्यक्ष ने देश की सुख-समृद्धि की कामना की। साथ ही सेना के अधिकारी, जवानों के नाम से संकल्प लिया। सेनाप्रमुख ने बदरीनाथ धाम के रावल  ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी के निवास पर जाकर उनसे भेंट की। रावल ने फूल, प्रसाद एवं भगवान के अंगवस्त्र देकर जरनल रावत को सम्मानित कर आशीर्वाद दिया। सेनाध्यक्ष की एक झलक पाने के लिए बदरीनाथ धाम में मौजूद श्रद्धालु लालायित दिखे। स्थानीय लोग भवनों की छतों, गलियों, ऊंचे स्थानों पर मौजूद थे, सेना प्रमुख ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया। 

बदरीनाथ धाम के दर्शन करने के बाद थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन एमआइ-17 हेलीकॉप्टर से हर्षिल हेलीपैड पर उतरे और परिवार के साथ दोपहर साढ़े बारह बजे गंगोत्री धाम पहुंचे। गंगोत्री में गंगोत्री मंदिर समिति तथा अन्य तीर्थ पुरोहितों ने सेना प्रमुख बिपिन रावत व उनके परिवार का स्वागत किया। गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल व सहसचिव राजेश सेमवाल ने गंगा किनारे सेना प्रमुख व उनकी धर्मपत्नी के हाथों पूजन अनुष्ठान संपन्न कराया। इस दौरान गंगा घाट पर उन्होंने पितृ तर्पण भी किया। इसके बाद गंगोत्री मंदिर में दर्शन कर मां गंगा का महाभिषेक, गंगा आरती व गंगा जी की चरण पादुका का अभिषेक भी किया। गंगोत्री मंदिर समिति ने सेना प्रमुख को गंगाजली और प्रसाद भेंट किया। 

उत्तरकाशी के उदाल्का गांव में है ननिहाल 

गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि जनरल बिपिन रावत से बातचीत के दौरान पता चला कि सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का ननिहाल उत्तरकाशी में है। उन्होंने बताया कि सेना प्रमुख का ननिहाल उत्तरकाशी के उदाल्का गांव में पूर्व विधायक रहे ठाकुर किशन सिंह परमार के परिवार से है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर किशन सिंह परमार 60 के दशक में उत्तरकाशी क्षेत्र से विधायक रहे हैं। इससे पहले टिहरी प्रजामंडल में शिक्षा मंत्री रहे। थल सेना प्रमुख के पिता का नाम स्व. लेफ्टिनेट लक्ष्मण सिंह रावत, माता का नाम स्व. सुशीला देवी है। सेना प्रमुख का पैतृक गांव पौड़ी जनपद के द्वारिखाल ब्लाक का सैंज गांव है।

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1984-85 में हर्षिल में सीओ रहे हैं सेनाप्रमुख  

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत से बातचीत के दौरान पता चला कि 1984-85 में वे हर्षिल में तैनात गोरखा रेजीमेंट के सीओ रहे हैं। गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि उस समय हर्षिल में राम तेरी गंगा मैली फिल्म की भी शूटिंग हुई थी। इस मौके पर मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल, संजीव सेमवाल, महेश सेमवाल, अरुण सेमवाल, प्रेम बल्लभ सेमवाल आदि मौजूद थे।  

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