गढ़वाल में मलबा आने से 187 संपर्क मार्ग बंद

लगातार हो रही बारिश पर्वतीय क्षेत्रों में कहर बनकर बरस रही है। गढ़वाल में भूस्खलन और मलबा आने से 187 संपर्क मार्ग ध्वस्त हो गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 09:35 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 09:35 PM (IST)
गढ़वाल में मलबा आने से 187 संपर्क मार्ग बंद
गढ़वाल में मलबा आने से 187 संपर्क मार्ग बंद

जागरण टीम, गढ़वाल: लगातार हो रही बारिश पर्वतीय क्षेत्रों में कहर बनकर बरस रही है। गढ़वाल में भूस्खलन और मलबा आने से 187 संपर्क मार्ग ध्वस्त हो गए हैं। इससे कई गांव का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। प्रभावित अधिकांश गांव में संचार सुविधा भी फेल है।

गोपेश्वर: चमोली जिले में बारिश का सबसे अधिक असर ग्रामीण क्षेत्रों पर पड़ा है। जिले के गांवों की लाइफ लाइन माने जाने वाली 104 सड़कें बारिश से बंद हुई हैं। हालांकि इनमें से निर्माण विभागों व खुद ग्रामीणों, वाहन चालकों ने कुछ सड़कों को खोल दिया है। परंतु 80 सड़कें अभी भी बंद पड़ी हुई हैं। रामणी के ग्राम प्रधान सूरज सिंह पंवार का कहना है कि पहली बारिश में आए मलबे को ग्रामीणों व वाहन चालकों ने खुद साफ किया। अब कई स्थानों पर मलबा आया है। सड़क के पुश्ते टूटे हैं।

कर्णप्रयाग: नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग अंर्तगत अपर बाजार रामलीला मैदान से मस्जिद परिसर तक लगातार हो रहे भूस्खलन से 20 से अधिक परिवारों के सामने अब रात गुजारना खतरे से खाली नही है, वहीं इसी पहाड़ी के निचले हिस्से से कर्णप्रयाग-रानीखेत राजमार्ग पर लगातार पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन व बडे बोल्डरों से आवागमन ठप हो गया है। हालत का जायजा लेते एसडीएम कर्णप्रयाग वैभव गुप्ता ने भूस्खलित क्षेत्र का निरीक्षण कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

गैरसैंण: लगातार हो रही बारिश से दूरस्थ गांवों से खेत खलियान सहित आवासीय भवनों व गोशालाओं को नुकसान पहुंचने की खबरें मिल रही है।

शुक्रवार को जंगलचट्टी में दो युवाओं द्वारा शुरू किया गया फ्रेडस फार्म को लाखों का नुकसान पहुंचा है। जहां मत्स्य पालन करने के लिए तालाब ध्वस्त हो गए हैं। फार्म संचालक शैलेन्द्र रावत व जय बिष्ट ने बताया बिक्री के लिए तैयार मछलियों की खेप नष्ट हो गई है ।

रुद्रप्रयाग: गत दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से पूरे जिले में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। भूस्खलन से रास्ते, खेत और आंगन टूट गए हैं। जिले के 37 ग्रामीण मार्गो पर आवाजाही ठप हो गई है। वहीं जिले के 85 गांव का संपर्क पूरी तरह जिला मुख्यालय से कट चुका है। कलक्ट्रेट आवास में भी एक पुश्ता ढ़हने से भवन को खतरा पैदा हो गया है। ग्राम प्रधान चंद्रमोहन ने बताया कि सामुदायिक शौचालय स्वजल की योजना में बन रहा है जिसका करीब 60 फीसदी कार्य हो गया था। यहां करीब चालीस हजार की सामग्री भी मलबे में समा गई। पुनाड़ गदेरा उफान पर आने से बीते दो दिनों से नगर की पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है। रुद्रप्रयाग शहर में मुख्य चिकित्साधिकारी आवास के सम्मुख हाईवे का पुश्ता टूटने से एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।

पौड़ी: जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों के मोटर मार्गाें पर कहर बनकर टूटी। बारिश से हुए भूस्खलन या मलबा आने से दस राज्य मार्ग समेत 58 ग्रामीण क्षेत्रों के मार्ग अवरु। हो गए। पौड़ी-श्रीनगर मुख्य मोटर मार्ग भी गडोली में मलबा आने से सुबह एक घंटे अवरुद्ध रहा।

चिन्यालीसौड़: तहसील चिन्यालीसौड़ के दिचली पट्टी में लगातार दो दिन से बारिश होने के कारण बरसाती नाले उफान पर है। थाती दिचली ग्राम प्रधान वीर चंद ने बताया कि बारिश से हुए कटाव से खेतों व भवनों के नुकसान के साथ गांव के मुख्य मार्ग को भी नुकसान पहुंचा है। उनकी सूचना पर राजस्व उप निरीक्षक ने भी स्थलीय निरीक्षण किया है।

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