गरुड़ में नगर पंचायत के विरोध में महिलाओं ने दिया धरना
प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में गरुड़ को नगर पंचायत का दर्जा दिए जाने का पुरजोर विरोध किया।
संवाद सूत्र, गरुड़ : प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में गरुड़ को नगर पंचायत का दर्जा दिए जाने से क्षेत्र के लोगों में तीव्र आक्रोश व्याप्त है। बैजनाथ व फुलवाड़ीगूंठ की महिलाओं ने नगर पंचायत के विरोध में तहसील में धरना दिया। मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा है कि यदि नगर पंचायत बनी तो वे उग्र आंदोलन व आमरण अनशन करने को बाध्य होंगी।
एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम जयवर्धन शर्मा को ज्ञापन सौंपते हुए फुलवाड़ीगूंठ व बैजनाथ की महिलाओं ने कहा है कि वे ग्राम पंचायत में ही रहना चाहती हैं। सरकार उन्हें जबरन नगर पंचायत में धकेल रही हैं। जिसका वे पुरजोर विरोध करती हैं। उन्होंने पूर्व में भी नगर पंचायत का विरोध किया था,अब भी वे विरोध में हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों को विश्वास में लिए बिना ही नगर पंचायत बनाना उनके साथ विश्वासघात है। उन्होंने कहा कि यहां की अधिकांश जनसंख्या गरीब है और खेती पर निर्भर है।नगर पंचायत बनने से उनकी कृषि भूमि प्रभावित हो जाएगी। उन्होंने कहा कि उनके गांव के लोग नगर पंचायत के कर देने में भी सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग नगर पंचायत में नहीं आते हैं, वे ही नगर पंचायत बनाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि नगर पंचायत जबरदस्ती बनाई गई तो वे ग्रामीणों को साथ लेकर उग्र आंदोलन व आमरण अनशन करने को बाध्य होंगी। इस दौरान लक्ष्मी देवी, नफीसा खातून, जानकी देवी, हेमा देवी, पुष्पा देवी, रीता देवी, हंसी देवी आदि मौजूद थे।