मशरूम का उत्पादन कर बनेंगे आत्मनिर्भर
बागेश्वर में आयोजित ग्रामीण स्वरोजगार दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में 32 महिलाओं ने मशरूम का उत्पादन कर आत्मनिभर््र बनने का संकल्प लिया
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: ग्रामीण स्वरोजगार दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर संपन्न हो गया है। मशरूम उत्पादन के बारे में महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया और उन्हें प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए। महिलाओं ने युद्धस्तर से मशरूम उत्पादन का निर्णय लिया। एसबीआइ ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण के तहत सुमटी में दस दिनों तक करीब 32 महिलाओं ने मशरूम के उत्पादन का प्रशिक्षण लिया। आरसेटी के निदेशक डीएस गर्बयाल ने ने कहा कि पहाड़ की महिलाएं परिवार की रीढ़ होती हैं। वह प्रत्येक काम को मन लगाकर करती हैं। प्रशिक्षण के दौरान उनके हौंसलों से वह भी काफी उत्साहित हुए हैं। उन्होंने कहा कि मशरूम की खेती करने के लिए अब वह तैयार हैं। वर्तमान में मशरूम बाजार में तीन सौ रुपये प्रतिकिलो तक बिक रहा है। जिससे महिलाओं की आíथक स्थिति में सुधार होगा। प्रशिक्षक भगवत कोरंगा ने कहा कि हिमालय से सटे गांवों में मशरूम का उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। महिलाएं घर पर कम स्थान में इसका उत्पादन कर सकती हैं। प्रशिक्षण के बाद उन्हें मशरूम उत्पादन की विधि आदि की जानकारी प्रदान की गई है।
इस मौके पर चंदन भाकुनी, नरेश, नीमा बिष्ट, सोनिया, गोविदी देवी आदि मौजूद थे।