शहर से लेकर गांव तक पानी को हाहाकार
जागरण संवाददाता बागेश्वर बारिश के बाद अधिकतर पेयजल योजनाएं प्रभावित हो गई हैं। जिससे शह
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : बारिश के बाद अधिकतर पेयजल योजनाएं प्रभावित हो गई हैं। जिससे शहर से लेकर गांव तक पानी को हाहाकार मचा हुआ है। लोग जलस्त्रोतों का रुख कर रहे हैं और प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं। उन्होंने आपूíत बहाल करने की मांग की है।
नगर क्षेत्र में पंपिग योजनाओं से कई स्थानों पर पानी की सुचारू आपूíत नहीं हो पा रही है। मंडलसेरा निवासी भुवन चौबे ने बताया कि नलों में पानी आ रहा है, लेकिन वह गंदा है। जिसे पीने से बीमारी हो सकती है। लोग मजबूरी में जलस्त्रोतों का रुख कर रहे हैं। वहां भी बरसात के कारण पानी प्रदूषित हो गया है। इसके अलावा तहसील रोड, आदर्श कालोनी, घटबगड़ और बिलौना में भी पानी की आपूíत सुचारू नहीं हो सकी है। वहीं, मन्यूड़ा गांव में बनी स्वजल योजना ने भी पानी देने से इंकार कर दिया है। करीब एक हजार से अधिक उपभोक्ता परेशान हो गए हैं। गैनाड़ गांव के लिए चार किमी दूर लीली के सिमगाड़ गधेरे से पेयजल योजना बनी है। 18 अगस्त की शाम को हुई भारी बारिश में पेयजल योजना ध्वस्त हो गई थी। उसके पाइप टूटकर गधेरे में बह गए थे। तब से गांव में पानी का संकट गहरा गया है। ग्रामीण दो किमी दूर बने बरसाती स्त्रोत से पीने का पानी ला रहे हैं। ग्रामीण कमल किशोर कपकोटी, नंदन सिंह कपकोटी, नैना कपकोटी, परुली देवी, देवकी देवी आदि ने कहा कि जल्द पेयजल समस्या से निजात नहीं मिली तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इधर, जल संस्थान के जेई कैलाश चंद्र जोशी ने कहा गैनाड़ गांव की योजना स्वजल की बनी है। जिसका प्रबंधन गांव समिति ही इसकी देखरेख और मरम्मत का काम करेगी।