बागेश्वर के मन्यूड़ा में जल संकट गहराया तीन दिन से टंकी खाली

बागेश्वर जिले की गरुड़ तहसील का मन्यूड़ा गांव पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 04:01 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 04:01 PM (IST)
बागेश्वर के मन्यूड़ा में जल संकट गहराया तीन दिन से टंकी खाली
बागेश्वर के मन्यूड़ा में जल संकट गहराया तीन दिन से टंकी खाली

जासं, बागेश्वर : गरुड़ तहसील का मन्यूड़ा गांव पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस गया है। तीन दिन से पानी की टंकी भी खाली है। पेयजल नहीं मिलने से लगभग पांच सौ लोग परेशान हैं। जलसंस्थान डिमांड पर टैंकर से पानी बांट रहा है। ग्रामीणों ने पेयजल आपूíत सुचारू नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। कोरोनाकाल में पेयजल की किल्लत से जूझ रहे मन्यूड़ा गांव के लोग काफी निराश हैं। पूर्व सेवानिवृत्त कैप्टन और राज्य आंदोलनकारी धाम सिंह ने कहा कि उनकी उम्र 90 वर्ष हो गई है। वह प्रत्येक माह बिल भी दे रहे हैं, लेकिन पिछले एक सप्ताह से पानी की बूंद तक नहीं गिरी है। बुजुर्ग होने के कारण वह जल स्त्रोतों का रुख नहीं कर पा रहे हैं। अवकाश पर घर आए फौजी मोहन चंद्र जोशी ने कहा कि वह स्कूटी के जरिये सिमार धारे से पानी ढो रहे हैं। गांवों में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। दूसरे गांव के लोगों को अपने गांव के धारे से पानी भरते और नहाते देख लोग टिप्पणी भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर घर नल से जल योजना के तहत जलसंस्थान ने लाइन बिछा दी, लेकिन आपूíत सुचारू न होने से लोग नदी, गधेरों का प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं। इससे बीमारियों के संक्रमण का भय बना हुआ है। स्थानीय महिला गीता जोशी, नीमा देवी आदि ने कहा कि पानी नहीं आने से वे अपने जरूरी काम नहीं कर पा रही हैं। खेतीबाड़ी का समय है, लेकिन पानी की तलाश में गेहूं की कटाई और मड़ाई तक नहीं कर पा रही हैं। शुक्रवार को जलसंस्थान के जेई एससी भट्ट ने पानी सुचारू करने को टीम गांव भेजी, लेकिन टंकी खाली मिली। उन्होंने कहा कि अब पानी के स्त्रोत पर काम कर आपूíत सुचारू करने की कोशिश होगी। इधर, प्रभारी अधिशासी अभियंता सीएस देवड़ी ने कहा कि डिमांड के अनुसार टैंकरों से पानी की आपूíत की जा रही है। हर घर नल से जल योजना के दूसरे फेज में स्त्रोतों की मरम्मत आदि का काम होगा।

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