पुलिस की कार्रवाई से ग्रामीण भड़के
बागेश्वर में पुलिस की कार्रवाई से बमराड़ी व फटगली क्षेत्र के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : मित्र पुलिस की कार्रवाई से बमराड़ी व फटगली क्षेत्र के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस ने घर में घुसकर ग्रामीणों से मारपीट की। महिलाओं और बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करने के अलावा उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नही की जाती तो उन्हें उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा।
सोमवार को पुलिस की कार्यप्रणाली के खिलाफ जिलाधिकारी कार्यालय में बमराड़ी व फटगली के ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व बीडीसी मेंबर बलवंत सिंह नगरकोटी समेत ग्रामीण संजय सिंह, कृष्णा सिंह व विशाल सिंह को जानबूझकर पुलिस ने फंसाया है। पुलिस कर्मी के साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं की गई जबकि पुलिस के आधा दर्जन से अधिक सिपाहियों ने जबरन ग्रामीणों घर में घुसकर महिलाओं और बच्चों को डराया, धमकाया। चार ग्रामीणों को पुलिस के जवान गांव से पीटते हुए बागेश्वर कोतवाली लाए। उन्होंने इसे अमानवीय कृत्य करार दिया। कहा कि यदि कोई घटना होती भी तो पुलिस इसकी सूचना ग्राम प्रधान को देती।
ग्रामीणों ने कहा पुलिसिया कार्रवाई से पूरे गांव में दहशत है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार व प्रधान बमराड़ी मोहन सिंह नगरकोटी ने कहा कि पुलिस पीड़ित परिवारों की रिपोर्ट तक दर्ज नही कर रही है। अगर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तो ग्रामीणों को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इधर आरोपित संजय सिंह की पत्नी सोनिया ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रदर्शन में कंचन सिंह, नंदी देवी, हंसी देवी, लीला देवी, सरिता देवी, चंपा देवी, अंजू, पुष्पा, उमा, हंसी, बिमला, बीना, दर्शन सिंह, किशन राम, सोबन सिंह, शंकर सिंह, कमला देवी सहित कई ग्रामीण शामिल रहे।
एक दिन पूर्व रविवार को जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर फटगली और बमराड़ी गांव से चार लोगों को पुलिस कर्मी की पिटाई के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ आइपीसी की धारा 307, 332, 353, 504,506 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
======
:::::: वर्जन
पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। कोई भी दोषी होगा उसको कतई बख्शा नहीं जाएगा।
-हेमंत कुमार वर्मा, एडीएम, बागेश्वर