जिला पंचायत की बैठक में महिला सदस्यों का हंगामा
जिला पंचायत की सामान्य बैठक में बजट का आवंटन होना था। महिला सदस्यों ने समान बजट का आवंटन नहीं होने पर जमकर हंगामा किया। जिला पंचायत अध्यक्ष पर आरोप लगाया और बैठक कक्ष में ही धरने पर बैठ गए हैं।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिला पंचायत की सामान्य बैठक में बजट का आवंटन होना था। महिला सदस्यों ने समान बजट का आवंटन नहीं होने पर जमकर हंगामा किया। जिला पंचायत अध्यक्ष पर आरोप लगाया और बैठक कक्ष में ही धरने पर बैठ गए। इस पर अध्यक्ष बैठक छोड़ चली गईं। सदस्यों ने कहा कि वह समान बजट आवंटन होने के बाद ही धरने से उठेंगे।
जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव की अध्यक्षता में मंगलवार को सामान्य बैठक हुई। इसमें आय-व्यय आदि पर चर्चा हुई। चौकीदारों का वेतन आठ से 12 हजार रुपये प्रतिमाह करने का प्रस्ताव पारित हुआ। कौसानी डाक बंगले की मरम्मत होगी। पुराने भवन की नीलामी होगी। राज्य और 15 वें वित्त के पैसे से जिले के विकास कार्य होंगे। इसके अलावा पुरानी देनदारी आदि दी जाएंगी। घोषणाओं पर अमल होगा और वहां भी धनराशि प्रदान की जाएगी।
बजट आवंटन को लेकर महिला जिपं सदस्य गोपा धपोला, इंद्रा कोरंगा, पूजा देवी, रेखा देवी, रूपा देवी आदि ने सवाल-जवाब शुरू कर दिए। उन्होंने कहा कि महिला सदस्यों की बात सदन में नहीं सुनी जा रही है। पिछले दिनों 74 दिनों तक आंदोलन किया गया। उसके बाद भी कुछ परिर्वतन नहीं हुआ। 19 लाख के प्रस्ताव मांगे गए हैं। पिछली बैठक में सात लाख के प्रस्ताव पास किए गए थे। उनके बजट से ही धन काटकर उन्हें वितरित करने की कोशिश की जा रही है। 57 प्रतिशत बजट पिछली बार जिपं अध्यक्ष ने विवेकाधीन कोटा बनाया। जिसमें भी उनका ही बजट काटा गया। अब कहा जा रहा है कि उन्हें चार किश्तों में बजट दिया जाएगा। यह समाधान नहीं है, जबकि दवाब बनाया जा रहा है।
वहीं खबर लिखे जाने तक बजट आवंटन को लेकर नाराज सदस्य बैठक कक्ष पर ही धरने पर बैठे हुए थे। बैठक का संचालन एएमए अनिल अडवाल ने किया। मीडिया से किया गया परहेज
जिला पंचायत की सामान्य बैठक में भी मीडिया से परहेज किया गया। बहना था कुर्सियां नहीं हैं। बाहर खड़े मीडिया कर्मियों के लिए पर्दा लगा दिया गया। जिस पर भी जिपं सदस्यों ने विरोध किया। जिला पंचायत सदस्य गोपा ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष मीडिया से डरती हैं। जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार ने कहा कि अध्यक्ष पूर्व के समझौते से मुकर गई हैं। बजट के आवंटन सही नहीं है। पिछली वार्ता में चार किश्तों में बजट आवंटन की बात हुई थी। लेकिन विपक्षी सदस्य पूरा बजट मांग रहे थे, जो संभव नहीं था। सदन के पास बहुमत है और बजट पास कर दिया गया है। हंगामा करने पर विकास को रोका नहीं जा सकता है।
-बसंती देव, जिपं अध्यक्ष, बागेश्वर