बागेश्वर में तीन सड़कें बंद, 300 गांवों की बिजली गुल
बागेश्वर जिले में गुरुवार सुबह झमाझम बारिश हुई। इससे तीन सड़कों पर अवागमन ठप हो गया।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में गुरुवार सुबह झमाझम बारिश हुई। इससे तीन सड़कों पर आवागमन ठप हो गया। चिड़ंग गधेर महतगाड़ के समीप भूस्खलन होने से खड़े दो वाहन मलबे में दब गए। कौसानी में पेड़ गिरने से यातायात घंटों बाधित रहा। वहीं लगभग तीन सौ गांवों की बिजली आपूर्ति भी बाधित रही। जौलकांडे गांव में एक व्यक्ति के घर के आंगन की दीवार ध्वस्त हो गई है। जिला प्रशासन नुकसान का आंकलन लगाने में जुट गया है।
बारिश से सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया। जिससे पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हो गई हैं। सुबह सरयू का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे घरों को अलर्ट जारी किया गया। बारिश से बालीघाट-धरमघर मोटर मार्ग महरगाड़ के समीप भारी भूस्खलन के कारण बंद हो गई। कपकोट-कर्मी-तोली और बालीघाट-दोफाड़-धरमघर मोटर मार्ग जगह-जगह भूस्खलन होने से आवागमन को बंद हो गया है। इसके अलावा द्यांगण-आरे बायपास, मेहनरबूंगा-मालता मोटर मार्ग में मलबा भर गया है। ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़नी वाली सड़कें कीचड़ से सन गई हैं।
कौसानी में विशालकाय पेड़ गिरने से कौसानी-बागेश्वर मोटर मार्ग सुबह घंटों बंद रहा। स्थानीय लोगों की मदद से प्रशासन ने सड़क से पेड़ हटाया। वहीं 33 हजार वोल्ट की मुख्य लाइन पर पेड़ गिर गया। जिससे तार और खंभों को भारी नुकसान पहुंचा है। तीन सौ गांवों की विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। झमाझम बारिश से जौलकांडे निवासी केशव दत्त भट्ट के आवास के आगे आंगन ध्वस्त हो गया है। उनके मकान को भी खतरा बना हुआ है। दणों-गडेरा सड़क में असों के समीप गधेरा उफान पर आ गया। जिससे वाहनों की दोनों तरफ लंबी कतार लग गई। --------
बारिश का आंकड़ा
बागेश्वर-10 एमएम
गरुड़-12 एमएम
कपकोट-10 एमएम
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नदियों का जलस्तर
सरयू - 865.00मीटर
गोमती - 862.00मीटर
अलार्मिंग लेवल - 869.70 मीटर
डेंजर लेवल - 870.70 मीटर =========
बारिश के कारण तीन सड़कें आवागमन के लिए बंद हो गई हैं। जेसीबी मशीनों से सड़कों को खोला जा रहा है। बिजली, पानी आदि सुचारू करने में विभाग जुटे हुए हैं। बारिश से जन, पशुहानि की पुष्टि नहीं है।
- शिखा सुयाल, जिला आपदा अधिकारी, बागेश्वर।