गरुड़ के हरिनगरी गांव में आ धमके तीन गुलदार
गरुड़ तहसील के हरिनगरी गांव में पिछले कई दिनों से गुलदार का आतंक बना हुआ है।
संवाद सूत्र, गरुड़ : तहसील के हरिनगरी गांव में पिछले कई दिनों से गुलदार का आतंक बना हुआ है। गांव में एक साथ तीन गुलदारों के धमकने से ग्रामीणों में दहशत है। गुलदार ने बकरी को अपना निवाला बना दिया। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदारों को पकड़ने की मांग की है। हरिनगरी निवासी व ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मण आर्या ने बताया कि बुधवार की रात गांव में गुलदार का आतंक रहा, जिससे ग्रामीण दहशत में आ गए। गुलदार ने दीवान राम पुत्र जोगाराम की बकरी को अपना निवाला बना दिया। ग्रामीणों के शोर मचाने पर वह बकरी के शव को छोड़ भागा। उन्होंने बताया कि ग्रामीण जैसे ही मरी हुई बकरी को उठाकर घर लाए, तभी दो गुलदार फिर धमक और एक बच्ची पर झपट पड़े। गनीमत रही कि ग्रामीणों की भीड़ ने शोर मचा दिया और गुलदार जंगल की ओर भाग गए। उन्होंने बताया कि गुलदारों की डर से ग्रामीणों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। महिलाएं खेतों में और बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। गुलदारों से भयभीत ग्रामीण रतजगा कर रात काटने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि साल 2018 में भी गांव में गुलदारों ने आतंक मचा दो बच्चों को अपना निवाला बना दिया था।
कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष लक्ष्मण आर्या समेत ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते वन विभाग ने गांव में गुलदारों को पकड़ने के लिए पिजरा नहीं लगाया तो कभी भी बड़ी घटना घट सकती है। उन्होंने वन विभाग से गांव में पिजड़ा लगाकर गुलदारों को पकड़ने की मांग की है। चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वन विभाग ने उनकी मांग की अनदेखी की तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। -----------
वन विभाग की टीम से हुई नोकझोंक
हरिनगरी में सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम से ग्रामीणों की तीखी नोकझोंक हो गई। ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मण आर्या ने चेतावनी दी कि यदि पिजरा लगाकर गुलदार नहीं पकड़े गए तो वे हरिनगरी समेत अमस्यारी, बूंगा, घेटी, भिलकोट के ग्रामीणों को साथ लेकर उग्र आंदोलन किया जाएगा। इधर, डीएफओ बीएस शाही ने कहा कि संबंधित आरओ को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।