बागेश्वर में पेयजल की त्राहि-त्राहि मची
बागेश्वर नगर क्षेत्र के सभी वार्डों में पेयजल के लिए त्राहि-त्राहि मच गई है। जलसंस्थान की वैकल्पिक व्यवस्था भी धराशायी हो गई है। जिस कारण उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : नगर क्षेत्र के सभी वार्डों में पेयजल के लिए त्राहि-त्राहि मच गई है। जलसंस्थान की वैकल्पिक व्यवस्था भी धराशायी हो गई है। जिस कारण उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश है। उन्होंने पानी के बिल जमा नहीं करने और उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। जलसंस्थान के संविदा श्रमिकों की हड़ताल का तीसरा दिन है। वहीं कठायतबाड़ा, दांगण, घटबगड़, मंडलसेरा, सैंज, ठाकुरद्वारा आदि स्थानों पर पांच दिन से पानी की आपूíत ठप है। जलसंस्थान ने आइटीआइ से 10 छात्रों को नगर की पानी की व्यवस्था सुचारू करने में लगाया है। इसके अलावा एक ठेकेदार के दो आदमी भी रखे हैं। बावजूद वैकल्पिक व्यवस्था ढेर हो गई है। शहर के लोग पानी के लिए सुबह से लेकर देर रात तक प्राकृतिक स्त्रोतों का रुख कर रहे हैं। जलस्त्रोतों पर भी पानी को लेकर कहासूनी होने लगी है। शहर में कामकाजी लोग रहते हैं। कार्यालय, स्कूल और प्रतिष्ठानों में काम करने वाले लोगों देर शाम घर पहुंचते हैं। पानी नहीं होने के कारण वह होटलों में भोजन कर रहे हैं। स्थानीय खीम सिंह, सुंदर सिंह, गीता देवी, कमला देवी, आनंदी देवी, शिव दत्त आदि ने कहा कि तीन दिन से नहा तक नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र पेयजल की आपूíत सुचारू नहीं हुई तो उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा। टैंकरों से की पानी की आपूíत जलसंस्थान ने टैंकरों के जरिए पानी की आपूíत शुरू कर दी है। जिन वार्डों में टैंकर नहीं पहुंच पाते हैं, वहां कोई व्यवस्था नहीं है। नगर के लिए बनी कठायतबाड़ा पंपिग योजना, जखेड़ा पेयजल योजना, अमसरकोट, आईवेल से भी पानी की सुचारू आपूíत नहीं हो पा रही है। पानी की सुचारू व्यवस्था करने के लिए 10 लोगों को हायर किया गया है। पंपिग योजनाएं संचालित की जा रही है। जखेड़ पेयजल योजना के स्त्रोत से पानी नहीं आ रहा है। उसे दुरुस्त करने की कोशिश की जा रही है। -सीएस देवड़ी, अधिशासी अभियंता, जलसंस्थान