जिला अस्पताल में डाक्टरों की कमी

बागेश्वर में जिला अस्पताल में डाक्टरों की फिर से कमी हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Nov 2020 09:36 AM (IST) Updated:Sun, 22 Nov 2020 09:36 AM (IST)
जिला अस्पताल में डाक्टरों की कमी
जिला अस्पताल में डाक्टरों की कमी

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिला अस्पताल में डाक्टरों की फिर से कमी हो गई है। अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे हैं। निश्चेतक नहीं होने से छोटे-बड़े आपरेशन भी बंद हो गए हैं। प्रसूताओं को गंभीर होने पर हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है। अलबत्ता जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर सवाल उठने लगे हैं। जिला अस्पताल में फिर अल्ट्रासाउंड पर ब्रेक लग गया है। रेडियोलाजिस्ट संक्रमित होने से वह क्वारंटाइन हैं, जिससे गर्भवती महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। पूर्व में भी अल्ट्रासाउंड नहीं होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। डा. अनुराधा ने 16 अक्टूबर से पुन: अल्ट्रासाउंड शुरू किए लेकिन 10 नवंबर से फिर ब्रेक लग गया। उन्हें संक्रमित बताया जा रहा है और वह क्वारंटाइन पर हैं। सूत्रों के अनुसार 25 को उनकी क्वारंटाइन की अवधि पूरी हो रही है, लेकिन फिर सात दिन वे होम आइसोलेशन पर रहेंगे, जिसके कारण इस सप्ताह भी अल्ट्रासाउंड होना मुश्किल है। जिले में वर्तमान में मुख्यालय को छोड़कर कहीं भी रेडियोलाजिस्ट नहीं हैं। प्रतिदिन 150 से अधिक मरीज अल्ट्रासाउंड कराते हैं। व्यवस्था नहीं होने के कारण मरीजों को हल्द्वानी, अल्मोड़ा जाना पड़ रहा था। ..........

रेफर सेंटर बना जिला अस्पताल

जिला अस्पताल में प्रसव तो हो रहे हैं, लेकिन उनकी जान को खतरा भी कम नहीं है। यदि छोटे आपरेशन की जरूरत पड़ती है तो प्रसूता को हायर सेंटर रेफर करना डाक्टर की मजबूरी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरुड़, कपकोट और कांडा से भी गर्भवती को जिला अस्पताल रेफर किया जाता है। यदि वहां सामान्य डिलीवरी नहीं हो रही है, तो जिला अस्पताल में कैसे होगी। यहां निश्चेतक डाक्टर दो हैं, जिसमें विकास वर्मा के हाथ में फेक्चर है और वह अवकाश पर हैं। जबकि दूसरे की ड्यूटी कोविड में हैं।

........ अल्ट्रासाउंड 26 नवंबर से फिर शुरू होंगे। डाक्टर की क्वांरटाइन अवधि पूरी हो रही है। निश्चेतक डाक्टर के हाथ में चोट है और दूसरे डाक्टर कोविड ड्यूटी के कारण 14 दिन के आइसोलेशन पर हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ को एक निश्चेतक मिल गया है। अभी उन्होंने च्वाइन नहीं किया है। एक सप्ताह के भीतर वे भी आ जाएंगे। जिला अस्पताल की समस्याओं को लेकर उच्चाधिकारियों को पत्र लिखे गए हैं। -डा. वीके सक्सेना, प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी, बागेश्वर

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