सरयू नदी में बहे सगे भाई, एक का शव बरामद
कपकोट में सरयू नदी में दो सगे भाई बह गए। एसडीएआरएफ की टीम ने एक शव बरामद कर लिया है। जबकि दूसरे की तलाश जारी है।
जासं, बागेश्वर : कपकोट में सरयू नदी में दो सगे भाई बह गए। एसडीएआरएफ की टीम ने एक शव बरामद कर लिया है। जबकि दूसरे की तलाश जारी है। घटना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। रविवार को कपकोट हाइडिल के समीप सरयू नदी किनारे भयूं गांव निवासी प्रकाश राम के पुत्र 10 वर्षीय मोहित और छह वर्षीय सुमित गए थे। तहसीलदार के अनुसार वह नहाने लगे और नदी का जलस्तर अधिक होने के कारण बह गए। आसपास के लोगों की सूचना पर पुलिस, राजस्व पुलिस, फायर, एसडीआरएफ, आपदा प्रबंधन की टीम ने रेस्क्यू चलाया। थानाध्यक्ष कपकोट मदन लाल ने बताया कि भयूं गांव निवासी मोहित का शव बरामद कर लिया गया है। जबकि उसके छोटे भाई सुमित का अभी पता नहीं चल सका है। घटना रविवार लगभग साढ़े 12 बजे की है और एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है।
---------- पांव फिसलने से हुआ हादसा कपकोट क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सुबह लगभग 11 बजे दो भाई जंगल जा रहे थे। भालू गाड़ गधेरा पार करते समय उनका पांव फिसल गया। बीती शनिवार की रात भारी बारिश होने के कारण गधेरा उफान पर था। जिसमें मोहित और उसका भाई सुमित बह गए। घटना के बाद पिता प्रकाश राम और माता आशा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।
कपकोट के भयूं गांव में मचा कोहराम बागेश्वर : एक ही परिवार के दो भाई नदी में बह गए। बड़े भाई का शव मिल गया है। जबकि छोटे को अभी पुलिस ने रेस्क्यू नहीं किया है। घटना के बाद समूचे भयूं गांव में कोहराम मच गया है। उनके माता-पिता को ढांढ़स बंधाने के लिए लोग घर पहुंचने लगे हैं। बारिश के कारण सरयू नदी उफान पर है। उसके किनारे जाने वालों को प्रशासन रोक रहा है। जिला मुख्यालय में जल पुलिस तैनात है। लेकिन कपकोट में सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हो सके हैं। जबकि सरयू नदी का सबसे अधिक खतरा पहले कपकोट क्षेत्र में रहता है। यहां जल विद्युत परियोजनाएं भी हैं। बारिश और सरयू का जलस्तर बढ़ने के बाद परियोजनाओं से भी पानी छोड़ दिया जाता है। जिसके कारण सरयू अचानक बढ़ जाती है। जिसका भी स्थानीय लोगों को पता नहीं रहता है। रविवार को क्षेत्र में हुई घटना के बाद शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोगों ने तहसील प्रशासन से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।
घर पर नहीं थी मां सरयू नदी में बहे सगे दो भाइयों की मां आशा देवी घर पर नहीं थी। वह घास लेने के लिए जंगल गई थी। जबकि उसकी बीमार दादी को लेकर उसके दादा और पिता बागेश्वर गए थे। दादा गंगा राम मूल रूप से किलपारा गांव के निवासी हैं। घटना के बाद दादा-दादी का भी रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी आंखें नातियों के आने का इंतजार कर रही हैं। लेकिन एक का शव मिलने के बाद उनका भी धैर्य टूट रहा है। घटना पर जताया गहरा शोक कपकोट में हुई घटना पर जिपं अध्यक्ष बसंती देव, विधायक बलवंत भौर्याल, ब्लॉक प्रमुख गोविद दानू आदि ने गहरा शोक जताया है। उन्होंने पीड़ति परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। इधर पूर्व विधायक ललित फस्र्वाण, पूर्व जिपं अध्यक्ष हरीश ऐठानी, नपं अध्यक्ष गोविद बिष्ट आदि ने पीड़ित परिवार को आíथक मदद देने की मांग सरकार से की है। उन्होंने यह भी कहा कि सरयू नदी किनारे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।