बागेश्वर में भी बारिश का कहर, एक की मौत

जिले में 48 घंटे से अनवरत बारिश हो रही है। 12 सड़कें भूस्खलन होने से बंद हो गई हैं। पत्थर गिरने से एक युवक की मौत हो गई है। सरयू और गोमती का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। भूस्खलन के कारण मकानों को खतरा बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 05:44 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 05:44 PM (IST)
बागेश्वर में भी बारिश का कहर, एक की मौत
बागेश्वर में भी बारिश का कहर, एक की मौत

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में 48 घंटे से अनवरत बारिश हो रही है। 12 सड़कें भूस्खलन होने से बंद हो गई हैं। पत्थर गिरने से एक युवक की मौत हो गई है। सरयू और गोमती का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। भूस्खलन के कारण मकानों को खतरा बना हुआ है। पेड़ गिरने से वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बिजली, पानी, संचार सेवाएं आदि पूरी तरह ठप हो गई हैं। जिससे जिला देश और दुनिया से कट गया है।

कपकोट के भनार गांव निवासी भनार गांव निवासी गिरीश सिंह(37 वर्ष) पुत्र गोविद सिंह शामा बाजार से सामान लेकर घर लौट रहा था। रास्ते में पहाड़ से गिर रहे पत्थरों की चपेट में आ गया। पत्थर उसके सिर पर लगा और वह लगभग एक हजार मीटर नीचे खाई में गिर गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई है। उपप्रधान नरेंद्र कोरंगा ने पुलिस को सूचना दी और प्रभावित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। इधर, थानाध्यक्ष मदन लाल ने बताया कि मृतक को खाई से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेजा जा रहा है। वहीं एक नेशनल हाईवे समेत 12 सड़कें आवागमन के लिए पूरी तरह बंद हो गई हैं। मंडलसेरा, सैंज आदि स्थानों पर घरों में पानी भर गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। सरयू-गोमती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। घाट और बागनाथ मंदिर की सीढि़यों तक जलभराव हो गया है। लोग बारिश के कारण दशहत में आ गए हैं। शवदाह करने वालों के लिए भी तट पर स्थान नहीं बचा है। शवदाह गृह भी डूबने लगा है। संचार सेवा ठप होने से तहसीलों से नुकसान की जानकारी नहीं मिल पा रही है। राहत, बचाव कार्य चल रहा है। सड़कों को खोलने के लिए लोडर मशीनें लगाई गईं हैं।

- शिखा सुयाल, जिला आपदा अधिकारी, बागेश्वर

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