बागेश्वर में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था का दंश झेल रही गर्भवती महिलाएं
बागेश्वर में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का दंश झेलने को गर्भवती महिलाएं मजबूर हैं।
जासं, बागेश्वर : बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का दंश झेलने को गर्भवती महिलाएं मजबूर हैं। इस दौरान उनकी जान हमेशा खतरे में रहती हैं। क्षेत्रवासियों ने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि जल्द व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएं।
रविवार को भी एक गर्भवती महिला के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। जिले से 40 किमी दूर सैंज निवासी गर्भवती गुड्डी को प्रसव पीड़ा हुई। गांव के आसपास कोई स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं होने पर स्वजनों ने आपातकालीन सेवा 108 को फोन किया। जैसे-तैसे एक किमी पैदल चलकर गर्भवती महिला सड़क पर पहुंची। जिसके बाद वह एंबुलेंस से जिला अस्पताल को आने लगी। तभी उसे गाड़ी में तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। इसके बाद अक्षय कुमार ने चालक आनंद को गाड़ी रोकने को कहां अक्षय कुमार ने 108 के डाक्टर से परामर्श लेते हुए एंबुलेंस में सुरक्षित प्रसव कराया। परिजन पप्पू लाल ने कहा कि क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। लेकिन वहां चिकित्सकों की कोई सुविधा नहीं है। कई बार क्षेत्र के लोग चिकित्सकों की मांग को लेकर आंदोलन भी कर चुके है लेकिन सरकार कुछ करने को तैयार ही नही है। ऐसा लगता है उसे ग्रामीण क्षेत्र की जनता के साथ कोई सरोकार ही नही है। इससे पहले भी कई बार गर्भवती महिलाएं परेशान हो चुकी है। कई बदकिस्मत भी रहीं। वह इस लापरवाह तंत्र की भेंट भी चढ़ चुकी है। उन्होंने कहा कि खुशकिस्मत कम ही होते है। सरकार को जल्द यहां चिकित्सकों की व्यवस्था करनी चाहिए। वहीं, बदहाल सड़क को लेकर ग्रामीणों ने चेताया कि यदि जल्द समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया जो जल्द आदोलन किया जाएगा।