राज्य आंदोलनकारी जनौटी की जयंती पर बागेश्वर में लोगों ने लिया संकल्प
बागेश्वर में राज्य आंदोलनकारी बालम सिंह जनौटी की जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: राज्य आंदोलनकारी स्व. बालम सिंह जनौटी की जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अíपत किए गए। उनके कार्यों को याद कर बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
तहसील सभागार में जिला बार एसोसिएशन व बालम जनौटी साहित्य पर्वतीय विकास समिति के माध्यम से स्व. बालम सिंह जनौटी की जयंती कोरोना के चलते सादगीपूर्वक मनाई गई। मुख्य अतिथि एसडीएम सदर योगेंद्र सिंह, एसडीएम कपकोट प्रमोद कुमार सहित उपस्थित लोगों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अíपत किए। इसके बाद जिला बार संघ के अध्यक्ष गोविद सिंह भंडारी ने उनके द्वारा किए गए संघर्षों को विस्तार से बताया। राज्य निर्माण में उन्होंने अपनी अहम भूमिका रही। अल्मोड़ा नगरपालिका के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने साहित्य का सृजन भी किया। कार्यक्रम में स्व. बालम सिंह जनौटी की पत्नी भगवती जनौटी को सम्मानित किया गया। तहसील परिसर में पौधारोपण भी हुआ। संचालन चंदन परिहार ने किया। उन्होंने कहा कि जनौटी सरीखे आंदोलनकारियों के कारण ही राज्य आज अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब हो पाया है। यहां के लोगों की वर्षो पुरानी मांग पूरी कराने के लिए आंदोलनकारियों ने जीजान लगा दी। आज जब उत्तराखंड राज्य अलग अस्तित्व में आ चुका है तो ऐसे में हमें आंदोलनकारियों की भूमिका को नहीं भूलना चाहिए। उनकी ही बदौलत आज राज्य और यहां के लोगों के उत्थान का मार्ग प्रशस्त हो पाया है। वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
इस अवसर पर कवि मोहन जोशी, दिग्विजय जनौटी, हरीश रावत, आशीष धपोला, रमेश पर्वतीय, किशन राणा, बसंत बल्लभ पाठक, किशन राम सहित कई लोग मौजूद थे।