बागेश्वर की तीन लाख की आबादी के इलाज को सिर्फ 16 बेड
बागेश्वर जिले की तीन लाख की आबादी के इलाज के लिए एकमात्र जिला अस्तपाल में सामान्य मरीजों के लिए सिर्फ 16 बेड रह गए हैं।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले की तीन लाख की आबादी के इलाज के लिए एकमात्र जिला अस्तपाल में सामान्य मरीजों के लिए अब केवल 16 बेडों की ही व्यवस्था है। अब जिला अस्पताल कोविड सेंटर बना दिया गया है। अस्पताल में जगह कम होने से मरीज भर्ती भी नहीं हो रहे हैं। बरसात के समय आपदा की आशंका को देखते हुए अगर जल्द कोई व्यवस्था न की तो हालात और भी खराब हो सकते हैं।
महामारी ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पूरी तरह से पोल खोल कर रख दी है। मुख्यालय स्थित एकमात्र सरकारी जिला चिकित्सालय 60 बेडों का है। कोविड-19 महामारी में इसे भी डेडिकेटेट कोविड केयर सेंटर बना दिया गया है। यहां 44 बेडों को कोविड संक्रमितों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। इसके अलावा ट्रामा सेंटर को कोविड सेंटर बना दिया गया है। अब केवल 16 बेड ही अन्य बीमारी के मरीजों के लिए बचे हैं।
अभी गर्मी का मौसम है। इस समय बीमारी भी फैलती है। महामारी से पहले सामान्य रूप से जिला अस्पताल के सभी बेड भरे रहते थे। कुछ दिनों बाद आपदा का मौसम बरसात आने वाली है। यह पूरा इलाका आपदा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। ऐसे में संकट के समय प्रभावितों के उपचार में बाधा सामने आ सकती है।
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अन्य गंभीर मरीजों को किया जा रहा रेफर
बागेश्वर : गर्मी के मौसम में डायरिया, टाइफायड, निमोनिया, पीलिया आदि के मरीज भी अस्पताल में बहुत आ रहे हैं। दवा खाकर ही वे जैसे-तैसे काम चला रहे हैं। अगर कोई मरीज गंभीर हो जाता है तो उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है। वहीं पहाड़ी मार्गों में अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। ऐसे में हालात और भी खराब हो सकते हैं। वर्जन
-अस्पताल में लगातार व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं। कोविड-19 से निपटने की तैयारी पूरी है। बाकी जो भी दिक्कतें होंगी उन्हें धीरे-धीरे दूर कर लिया जाएगा।
डा. बीडी जोशी, मुख्य चिकित्साधिकारी, बागेश्वर