अपर अधिकारी जिला पंचायत के आश्वासन पर माने जिपं सदस्य

बागेश्वर जिला पंचायत की सामान्य बैठक में बजट को लेकर शुरू हुआ हंगामा मंगलवार की रात साढ़े 10 बजे थमा। अपर अधिकारी जिला पंचायत (एएमए) के लिखित आश्वासन पर सदस्य माने और धनराशि का वितरण उपाध्यक्ष समेत नौ सदस्यों में बराबर बांटने पर सहमति बनी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 04:50 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 04:50 PM (IST)
अपर अधिकारी जिला पंचायत के आश्वासन पर माने जिपं सदस्य
अपर अधिकारी जिला पंचायत के आश्वासन पर माने जिपं सदस्य

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिला पंचायत की सामान्य बैठक में बजट को लेकर शुरू हुआ हंगामा मंगलवार की रात साढ़े 10 बजे थमा। अपर अधिकारी जिला पंचायत (एएमए) के लिखित आश्वासन पर सदस्य माने और धनराशि का वितरण उपाध्यक्ष समेत नौ सदस्यों में बराबर बांटने पर सहमति बनी। वहीं, जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि नियम के विरुद्ध कोई भी कार्य नहीं होने देंगी। जिला पंचायत सदस्य ठेकेदार नहीं होते हैं, वह जनप्रतिनिधि हैं। धनराशि उनके क्षेत्रों में ही जाती है। टेंडर के जरिए विकास कार्य होते हैं।

मंगलवार को जिला पंचायत की सामान्य बैठक में बहुमत के बाद बजट पास किया गया था। लेकिन उपाध्यक्ष नवीन परिहार, सदस्य गोपा धपोला, इंद्रा कोरंगा, पूजा देवी, रेखा देवी, रूपा देवी आदि बजट का बराबर आवंटन को लेकर धरने पर बैठ गए। यह धरना रात लगभग साढ़े 10 बजे तक चलता रहा। एएमए अमित अडवाल सदस्यों से वार्ता को पहुंचे। उन्होंने सदस्यों को लिखित आश्वासन दिलाया। अवशेष धनराशि 728442 रुपये, जिसमें 15 वें वित्त का 268033 और राज्य वित्त का 208514, जबकि 2021-22 में 15 वें वित्त का 29280000 और राज्य वित्त की द्वितीय, तृतीय किश्त 3387608 रुपये पर चर्चा हुई। निर्णय लिया गया कि 30 प्रतिशत को छोड़कर जिला पंचायत उपाध्यक्ष समेत नौ सदस्यगण प्रस्ताव देंगे। सदस्यों को मिलने वाली धनराशि से कटौती नहीं की जाएगी। सदस्यों को दोनों के प्रस्ताव कार्यालय को देने होंगे। जिसके बाद सदस्यों ने धरना स्थगित करने का निर्णय लिया। इधर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार ने कहा कि धनराशि वितरण में लगातार धांधली की जा रही है। जिसके विरोध में सदस्यों ने धरना दिया। एएमए ने लिखित आश्वासन दिया है। सभी सदस्यों को बारबर धनराशि बांटी जानी चाहिए।

जिला पंचायत में नियम के अनुसार काम होगा। बहुमत से बजट पारित कर दिया गया है। जनप्रतिनिधि ठेकेदार नहीं हैं। टेंडर के जरिए निर्माण कार्य होते हैं। उनके क्षेत्रों का विकास हो रहा है। दो-चार सदस्यों के हंगामे से विकास को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। उन्हें पहले भी अधिक बजट दिया गया है। जबकि पक्ष के सदस्यों को कम मिला है। हंगामा करना गलत है।

-बसंती देव, जिला पंचायत अध्यक्ष

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