एनएचएम संविदा कर्मी आंदोलन को मुखर
जिला चिकित्सालय में तैनात एनएचएम संविदा कर्मी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर मुखर हो गए हैं।
जासं, बागेश्वर: जिला चिकित्सालय में तैनात एनएचएम संविदा कर्मी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर मुखर हो गए हैं। नाराज कर्मचारियों ने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। इसके बाद प्रभारी सीएमएस को ज्ञापन सौंपा।
अस्पताल में तैनात कर्मचारी सोमवार को जिला अस्पताल में पहुंचे। यहां सीएमएस डा. एलएस बृजवाल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उनका कहना है कि कोरोना काल में सभी संविदा कर्मी पूरे मनोयोग से काम कर रहे हैं। इसके बाद भी सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। स्थायी नियुक्ति देने समेत नौ सूत्रीय मांगों को लेकर वह आंदोलित हैं, लेकिन सरकार उनकी सुनने के बजाए उलझा रही है। इस तरह का अड़ियल रवैया कतई सहन नहीं किया जाएगा। इस मौके पर कमल जोशी, मनोज कुमार, राजीव कुमार, अनीता जोशी, रीतिका मेहता, विनीता थपलियाल, हरीश कुमार, भूपेंद्र रावत, महेश सिंह आदि मौजूद थे। वहीं संविदा स्टाफ नर्सेज महासंघ का नर्सिग भर्ती में होने वाली लिखित परीक्षा का विरोध जारी है। संविदा नर्सेज ने चयन वर्षवार ज्येष्ठता के आधार पर कराने की मांग की है। उन्होंने काला फीता बांधकर सोमवार को आपातकाल सेवा दी।
नर्सेज महासंघ के आह्वान पर 2621 पदों पर स्टाफ नर्स की प्रस्तावित परीक्षा के विरोध में संविदा स्टा़फ नर्सों ने रविवार को भी काला फीता बांधकर कार्य किया। आंदोलन रत स्टाफ नर्सों ने कहा कि कोरोना महामारी में उनका काम और विरोध जारी रहेगा। इस महामारी काल में हुए 400 से अधिक दिनों से काम कर रहे हैं। स्टाफ नर्स की मूलत पोस्टिग डिप्लोमा की है, लेकिन डिग्री धारकों को भी शामिल किया गया है। यह न्यायोचित नहीं है। 70 डिप्लोमा व 30 डिग्री धारी नियम को यथावत रखा जाए। उन्होंने कहा कि 25 से लगातार काला फीता बांधकर विरोध कर रहे है। इस मौके पर नीतू लखेडा, नॉमिता सिंह, राजीव कुमार, दीपक जोशी आदि मौजूद थे।