बागेश्वर में प्रवासियों का जुलूस निकालकर धरना
बागेश्वर जिले में बेरोजगारी से परेशान प्रवासियों ने बुधवार को गोमती पुल से विकास भवन तक जुलूस निकाला। यहां धरना दिया और मनरेगा के तहत मजदूरी देने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी ।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : बेरोजगारी से परेशान प्रवासियों ने बुधवार को गोमती पुल से विकास भवन तक जुलूस निकाला। यहां धरना दिया और मनरेगा के तहत मजदूरी देने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी ।
प्रवासियों के जुलूस में कांग्रेसी भी शामिल हुए और उन्होंने आंदोलन की धार तेज करने के लिए प्रवासियों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया। सिमी नरगोल गांव निवासी चंद्रशेखर पांडे के नेतृत्व में प्रवासी गोमती पुल पर एकत्र हुए। वहां से नारेबाजी करते हुए जुलूस की शक्ल में विकास भवन पहुंचे। यहां सीडीओ कार्यालय के समक्ष धरना दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि पिछले साल मार्च में लॉकडाउन के बाद वह घर लौट आए। वे दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, पंजाब समेत तमाम महानगरों के होटलों में काम करते थे। घर लौटने के बाद उनके पास जो भी धन आदि जमा था, वह खर्च हो चुका है। सरकार मनरेगा के तहत काम मिलने की आस थी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका है और वह अब रोजी-रोटी के लिए मोहताज हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इस साल कोरोना कर्फ्यू के कारण उनकी हालत दयनीय हो चुकी है। वह बीमार होते हैं तो दवा के लिए भी धन नहीं है। युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कवि जोशी ने कहा कि प्रवासियों को रोजगार दिलाने के प्रयास करने के साथ ही वह आंदोलन में भी साथ खड़े हैं। भाजपा की डंबल इंजन सरकार पूरी तरह फेल है। पूर्व विधायक ललित फस्र्वाण ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार महंगाई पर लगाम लगाने में पूरी तरह नाकाम है। पिछले दो वर्ष से प्रवासियों को काम नहीं मिल सका है।
इस दौरान राजेंद्र टंगड़िया, रंजीत दास, जीवन पांडे, अंकुर उपाध्याय, बालकृष्ण, लोकमणि पाठक, विशाल रावत, सुनील पांडे, जयदीप कुमार, राजेंद्र पांडे, किशन राम, नंदन राम, राजेंद्र कुमार, अर्जुन कुमार, प्रकाश बाछमी, राजेंद्र कुमार समेत तमाम प्रवासी मौजूद थे।