रसोई गैस का बैकलाग पहुंचा दो हजार

बागेश्वर शहर से लेकर गांव तक रसोई गैस की किल्लत चल रही है। कई गांवों में पिछले छह दिनों तक रसोई गैस की गाड़ी नहीं पहुंची है। उपभोक्ता परेशान हैं और सिलिंडरों का बैकलाग दो हजार पहुंच गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 05:32 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:32 PM (IST)
रसोई गैस का बैकलाग पहुंचा दो हजार
रसोई गैस का बैकलाग पहुंचा दो हजार

जासं, बागेश्वर : शहर से लेकर गांव तक रसोई गैस की किल्लत चल रही है। कई गांवों में पिछले छह दिनों तक रसोई गैस की गाड़ी नहीं पहुंची है। उपभोक्ता परेशान हैं और सिलिंडरों का बैकलाग दो हजार पहुंच गया है। उपभोक्ताओं ने दीपावली से पहले सिलिडर नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

जिले में रसोई गैस का संकट गहराने लगा है। दो हजार से अधिक बैकलाग पहुंच गया है। गरुड़, कांडा, कपकोट आदि गैस एजेंसियों के पास बांटने को सिलिडर नहीं हैं। कई गांवों में छह दिन से सिलेंडर नहीं पहुंच सका है। उपभोक्ता प्रेम सिंह, पूरन चंद्र, जशोद सिंह, कलावती देवी, गीता देवी आदि ने बताया कि सिलिडर नहीं मिलने से ईंधन का संकट पैदा हो गया है। लकड़ी आदि पर खाना बना रहे हैं। सरकार एक तरफ पर्यावरण को बचाने की बात कर रही है। वहीं दूसरी तरफ रसोई गैस का संकट पैदा हो गया है। आनलाइन बुकिग का भी उन्हें लाभ नहीं मिल रहा है। उधर रसोई गैस के एजेंसी के प्रबंधक पीसी पंत ने बताया कि बटालिग प्लांट हल्द्वानी से रविवार तक गाड़ी पहुंचने की उम्मीद है। तीन गाड़ियों में लगभग 750 सिलिंडर आएंगे। जिससे बैकलाग कम होगा।

इधर, पेट्रोल के वाहन भी शनिवार को नहीं पहुंच सके हैं। जिले में नौ पंप हैं। वाहन आते ही ईंधन खत्म हो जाता है। जिला पूíत विभाग के बबलू पांडे ने बताया कि आरे, बिलौना में एक-एक वाहन पहुंचने वाला है। इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी आपूíत सुचारू करने की कोशिश की जा रही है।

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