लाकडाउन के बाद से बंद है इंदिरा अम्मा भोजनालय

बागेश्वर में गरीबों को सस्ते दरों पर पौष्टिक पहाड़ी भोजन उपलब्ध कराने वाला इंदिरा अम्मा भोजनालय लाकडाउन से बंद पड़ा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 11:06 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 11:06 PM (IST)
लाकडाउन के बाद से बंद है इंदिरा अम्मा भोजनालय
लाकडाउन के बाद से बंद है इंदिरा अम्मा भोजनालय

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : गरीबों को सस्ते दरों पर पौष्टिक पहाड़ी भोजन उपलब्ध कराने वाला इंदिरा अम्मा भोजनालय यहां बंद हो गया है। लाकडाउन खत्म होने के बाद जहां सभी होटल, रेस्टोरेंट अब खुल गए हैं वहीं सरकारी उदासीनता से गरीबों का भोजनालय शुरू नही हो पाया है।

पूर्ववर्ती हरीश रावत सरकार ने गरीबों को सस्ता भोजन उपलब्ध हो इसके लिए हर जिले में इंदिरा अम्मा भोजनालय खोले गए थे। जिला मुख्यालय में सरस बाजार के पास वर्ष 2014 में इंदिरा अम्मा भोजनालय खोला गया। भोजनालय के संचालन का जिम्मा तब स्वयं सहायता समूह सैंज को दिया गया था। इसमें चार महिलाओं सहित कुल 6 लोग सीधे तौर पर जुड़कर रोजगार कर रहे थे। इसके अलावा 10 से 15 लोग अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए थे। जिनसे एसएचजी के लोग पहाड़ी उत्पाद खरीदते थे।

भोजन के लिए दूर-दूर से लोग इंदिरा अम्मा भोजनालय में आते थे। अस्पताल के नजदीक होने से यहां काफी तीमारदार भी भोजन के लिए पहुंचते थे। भोजन भी मात्र 25 रुपये थाली था। सरकार स्वयं सहायता समूह को दस रुपया अतिरिक्त अपनी ओर से देती थी।

बीते मई माह से जिले के सारे होटल, रेस्टोरेंट खुल गए थे लेकिन 6 माह बाद भी इंदिरा अम्मा भोजनालय नहीं खुल पाया। ऐसा लगता है सरकार स्वरोजगार के प्रति गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। जिससे स्वयं सहायता समूह के लोग बेरोजगार हो गए हैं वहीं गरीब भी सस्ते भोजन से दूर हो गए।

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लाकडाउन के बाद से यह भोजनालय बंद है। अब सरकार की ओर से कोई कार्रवाई होगी तभी यह खुल पाएगा। हमने आवेदन दिया है देखिए क्या होता हैं।

-अनीता टम्टा, अध्यक्ष, स्वयं सहायता समूह सैंज

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जल्द ही इंदिरा अम्मा भोजनालय खोल दिया जाएगा। कोविड-19 के बाद हुए लाकडाउन से यह भोजनालय बंद हुआ था। प्रक्रिया शुरू की जाएगी। एक-दो दिन में भोजनालय खुल जाएगा।

-डीडी पंत, मुख्य विकास अधिकारी, बागेश्वर

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