बास्ती गांव में अतिवृष्टि से 50 नाली कृषि भूमि बही

बागेश्वर जिले बास्ती गांव में अतिवृष्टि ने लोगों को दहशतजदा कर दिया। शिखर टॉप से भारी मात्रा में पानी गांव की ओर बहने लगा। जिसके कारण वहां अफरातफरी मच गई। देखते ही देखते लगभग 50 नाली कृषि भूमि गधेरे में आई बाढ़ में कटकर बह गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 05:06 PM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 05:06 PM (IST)
बास्ती गांव में अतिवृष्टि से 50 नाली कृषि भूमि बही
बास्ती गांव में अतिवृष्टि से 50 नाली कृषि भूमि बही

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : बास्ती गांव में अतिवृष्टि ने लोगों को दहशतजदा कर दिया। शिखर टॉप से भारी मात्रा में पानी गांव की ओर बहने लगा। जिसके कारण वहां अफरातफरी मच गई। देखते ही देखते लगभग 50 नाली कृषि भूमि गधेरे में आई बाढ़ में कटकर बह गई। एक सामूहिक घराट भी बह गया है और नहर, रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं। तहसील प्रशासन कांडा गांव रवाना हो गया है। शनिवार की सुबह लगभग दो बजे काडा तहसील के बास्ती गांव में अतिवृष्टि हुई है। जिससे स्थानीय गधेरा उफन गया और भूस्खलन होने से मलबा, खड़े पेड़, बोल्डर आदि गांव की तरफ बहने लगे। भारी-भरकम आवाजें सुनकर गांव के लोग जाग गए। ग्राम प्रधान केदान महर ने बताया कि शिखर टॉप से भारी मात्रा में पानी नीचे की तरफ बहने लगा और झमाझम बारिश होने से लोग दहशत में आ गए। उन्होंने कहा कि पानी स्थानीय गधेरे के माध्यम से खेतों तक पहुंच गया। जिससे दान सिंह, मोहन सिह, पान सिह, जोगा सिंह, हीरा सिंह, रमेश सिंह, बबलू मेहरा आदि के खेत बह गए हैं। गांव का सामूहिक घराट भी आपदा की भेंट चढ़ गया है। ग्राम प्रधान ने घटना की तत्काल सूचना कांडा तहसील को दी। उपजिलाधिकारी राकेश चंद्र तिवारी ने बताया कि टीम गांव के लिए रवाना हो गई है। जन और पशुहानि की सूचना नहीं है। एक मोटर पुल भी क्षतिग्रस्त हुआ है। उन्होंने बताया कि नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।

इन मकानों को खतरा

नरेंद्र सिंह, पान सिंह, दान सिंह, हयात सिंह, खुशाल सिंह, मेहरमान सिंह, राजेंद्र सिंह, हरीश सिंह, उत्तम सिंह आदि के मकानों को खतरा बना हुआ है। मकानों के आगे की दीवारें टूट गई हैं। निकास नाली, सड़कें, खेत आदि भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कपकोट में बारिश से सड़कें बंद बघर, रिखाड़ी-बाछम, कपकोट-कर्मी, कपकोट-लीती, सूपी मोटर मार्ग बंद हो गए हैं। अतिवृष्टि के काराण सड़कों पर भारी मात्रा में भूस्खलन हुआ है। मलबा और बोल्डर आने से पांच सड़कों पर पूरी तरह यातायात ठप हो गया है। जिससे स्थानीय लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। बारिश का आंकड़ा कपकोट - 37 एमएम बागेश्वर - शून्य गरुड़ - शून्य नदियों का जलस्तर सरयू - 866.80 मीटर गोमती - 862.20 मीटर बैजनाथ बैराज - 1112.20 मीटर

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