बागेश्वर में जंगलों की आग से चारों तरफ फैला धुंआ
बागेश्वर जिले के वनों में आग लगने का सिलसिला थम नहीं रहा है।
जासं, बागेश्वर : वनों में आग लगने का सिलसिला थम नहीं रहा है। वातावरण में चारों तरफ धुंआ फैल गया है। लोगों को सांस लेने में भी दिक्कतें हो रही हैं। सूर्य की किरणें धरती पर नहीं पड़ने से सुबह-शाम ठंड भी खूब हो रही है। वनों को बचाने के लिए भारी-भरकम बजट आने के बावजूद बेकाबू आग से स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
जिले में रविवार को भी धरमघर, बागेश्वर और गढ़खेत रेंज के वन अंदर ही अंदर सुलगते रहे। इससे वातावरण में धुंआ फैल गया है और लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। वन पंचायत सरपंच संगठन के अध्यक्ष पूरन सिंह रावल ने कहा कि चीड़ के पेड़ से लीसा निकलता है। चीड़ के पेड़ के जड़ में छिलका होता है। आग लगने पर वह मिट्टी के अंदर तक मौजूद होती है। पिरूल गिरते ही फिर जंगल धधकने लगते हैं। उन्होंने वन विभाग से अभियान चलाकर नए पिरूल को एकत्र करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वन विभाग को आग बुझाने के लिए बजट मिला है। उसका उपयोग पूरी ईमानदारी के साथ होना चाहिए। तभी जंगलों को बचाया जा सकेगा। इधर, पूर्व विधायक कपकोट ललित फस्र्वाण, पूर्व जिपंअ हरीश ऐठानी, पूर्व राज्यमंत्री राजेंद्र टंगड़िया आदि ने कहा कि वनों को जलने से बचाने के प्रयास सभी को करने होंगे। एक दिन पूर्वाभ्यास करने से नहीं होगा। इधर, प्रभागीय वनाधिकारी बीएस शाही ने कहा कि वनों में लगी आग को लगातार बुझाया जा रहा है। फायर वाचर पूरी तरह मुस्तैद हैं और वन कर्मी उन्हें हरसंभव मदद कर रहे हैं।