अतिवृष्टि से चार लोगों के आशियाने टूटे, जन जीवन प्रभावित

बागेश्वर जिले में अतिवृष्टि से चार परिवार बेघर हो गए हैं। वहीं दो पेयजल योजनाएं चार दिन बाद भी सुचारू नहीं हो सकी हैं। पांच ग्रामीण सड़कों पर भारी मात्रा में मलबा आया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 04:45 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 04:45 PM (IST)
अतिवृष्टि से चार लोगों के आशियाने टूटे, जन जीवन प्रभावित
अतिवृष्टि से चार लोगों के आशियाने टूटे, जन जीवन प्रभावित

जासं, बागेश्वर : अतिवृष्टि से चार परिवार बेघर हो गए हैं। वहीं दो पेयजल योजनाएं चार दिन बाद भी सुचारू नहीं हो सकी हैं। पांच ग्रामीण सड़कों पर भारी मात्रा में मलबा आया है। वह कब खुलेंगी, अभी प्रशासन के पास जवाब नहीं है। हालांकि धूप निखरने के बाद मरम्मत और सड़कों को खोलने का काम युद्धस्तर से शुरू हो गया है। बरसात से कठपुड़यिाछीना-सेराघाट, कपकोट-पोलिग, कमेड़ीदेवी-भैसुड़ी, जैसर-रियूनीलखमार, कंधार-रौल्याना आदि ग्रामीण सड़कें बंद हैं। सड़कें बंद होने से लगभग 20 हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं। उधर, अतिवृष्टि के कारण कपकोट के बैड़ा-मझेड़ा गांव में एक, दोबाड़ में एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। गरुड़ के पचना गांव में रमा देवी का गोशाला के ऊपर भूस्खलन हो गया है। उनकी गाय व बछड़ा मलबे में दब गए हैं। मंडलसेरा वार्ड में बारिश ने तबाही मचाई है। गुगली देवी के खेत और आंगन की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है। बानरी निवासी कुंदन राम के शौचालय की दीवार ध्वस्त हो गई है। धराणी निवासी दयाल राम के आंगन की दीवार अतिवृष्टि की भेंट चढ़ गई हैं। इसके अलावा अशोक थापा के मकान के पीछे दीवार ढह गई है। जिससे मकान को खतरा बना हुआ है। गोपाल थापा के घर का आंगन क्षतिग्रस्त हो गया है और मकान पर खतरा मंडराने लगा है। स्थानीय निवासी रमेश राम के खेत की दीवार ध्वस्त हो गई है। सभासद कैलाश चंद्र आर्य ने बताया कि बारिश के कारण अन्य मकानों को भी खतरा बना हुआ है। उन्होंने आपदा निधि से नुकसान की भरपाई की मांग की है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की स्मृति में बनी पालड़ीछीना जैन-करास, कंगाड़छीना मोटर मार्ग में जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। जिस कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र फते सिंह करायत ने सड़क को तत्काल खोलने की मांग की है। जजी व अमसरकोट पेयजल योजना ठप

जजी पेयजल योजना और अमसरकोट पेयजल योजना ठप हो गई है। जिससे लगभग पांच हजार लोग प्रभावित हो गए हैं। जखेड़ा पेयजल योजना से भी पेयजल आपूíत नहीं हो रही है। जिसके कारण दांगण, कठायतबाड़ा समेत आधे शहर में पेयजल व्यवस्था चरमरा गई है। जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता चंदन देवड़ी ने बताया कि योजनाओं की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है। शहर में पेयजल की आपूíत सुचारू करने की पूरी कोशिश की जा रही है।

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