चार दिन बाद अस्पताल में एक साथ उमड़े मरीज

बागेश्वर जिले में चार दिन बाद कुछ सड़कों पर यातायात सुचारू हुआ। आपदा का भय भी लोगों में कम हुआ। जिसके चलते जिला अस्पताल में पांच सौ के पार ओपीडी पहुंच गई। अधिकतर लोग मौसम में एकाएक आए बदलाव और भीगने से बीमार पड़ने लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 04:32 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 04:32 PM (IST)
चार दिन बाद अस्पताल में एक साथ उमड़े मरीज
चार दिन बाद अस्पताल में एक साथ उमड़े मरीज

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : चार दिन बाद कुछ सड़कों पर यातायात सुचारू हुआ। आपदा का भय भी लोगों में कम हुआ। जिसके चलते जिला अस्पताल में पांच सौ के पार ओपीडी पहुंच गई। अधिकतर लोग मौसम में एकाएक आए बदलाव और भीगने से बीमार पड़ने लगे हैं। डाक्टरों ने अतिरिक्त समय देकर मरीजों को देखा और दवा दी। जिला अस्पताल में एक से दो सौ के बीच ओपीडी हो रही थी। गुरुवार को संख्या बढ़कर लगभग पांच सौ के पार पहुंच गई। डा. पंकज पंत ने बताया कि बारिश थमने के चार दिन बाद अस्पताल में मरीजों की संख्या में एकाएक इजाफा हुआ है। धूप निकलने से दिन का मौसम सामान्य है। लेकिन सुबह-शाम ठंड पड़ने लगी है। जिस कारण सर्दी, जुकाम, वायरल, निमोनिया आदि से लोग ग्रसित होने लगे हैं। इसके अलावा अस्थमा रोग और एलर्जी से पीड़ित लोगों के लिए बदलता मौसम काफी नुकसानदायक होता है। मौसम बदलने के साथ ही अस्थमा रोग बढ़ने लगा है, जिससे जिला अस्पताल में रोगियों की संख्या बढ़ गई है। ऐसे मरीजों को ठंड से बचने और गुनगुने पानी का इस्तेमाल करने, शरीर को ढक कर रखने को कहा है।

छोटे बच्चों का बचाव जरूरी डा. एलएस बृजवाल ने कहा कि एकाएक ठंड बढ़ गई है। बच्चों को ठंड से बचाकर रखें। बेवजह बाहर न जाने दें। खांसी, वायरल, उल्टी, पेट का चलान आदि पर डाक्टरों की सलाह लें। बासी भोजन कतई न करें और ठंडा पानी से दूर रहें। गले मे खरास, बुखार, सिर दर्द आदि होने पर कोविड जांच कराएं। जिला अस्पताल में मौसम के अनुरूप दवाइयों का भंडारण किया गया है। मरीजों को हरसंभव दवाइयां वितरित की जा रही हैं। डाक्टरों को भी अतिरिक्त काम करने को कहा गया है। चार दिन बाद मरीजों में इजाफा हुआ है। सभी तरह की जांचें अस्पताल मे ही कराई जा रही हैं। - डा. विनोद टम्टा, सीएमएस

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