गरुड़ से लेकर जौलकांडे तक के जंगलों में आग
बागेश्वर में इस बार मार्च में ही जंगल जून की गर्मियों की तरह जलने लगे हैं।
जासं, बागेश्वर : इस बार मार्च में ही जिले के जंगल जून की गर्मियों की तरह जलने लगे हैं। वातावरण में भी धुंध छाने लगी है। गरुड़ तहसील के बैजनाथ और गढ़सेर से लेकर जिला मुख्यालय से लगे जौलकांडे के जंगल आग के हवाले हैं। जौलकांडे में लगी आग को गुरुवार की देर रात ग्रामीणों की मदद से काबू पाया गया। लोगों ने वन विभाग से जंगलों को बचाने की मांग की है।
गत वर्ष लाकडाउन के कारण गर्मियों में भी जंगल आग से बचे रहे। इस बार जंगलों से पिरूल भी नहीं उठ पाया है। इस कारण मार्च में ही जंगल जलने लगे हैं। आग के कारण वातावरण में छाई धुंध से सुबह ठंड और दिन में उमसभरी गर्मी लोगों को सता रही है। गुरुवार की रात से गरुड़ तहसील के बैजनाथ और गढ़सेर के जंगल धधक रहे हैं। जंगल की आग कई बार रिहायशी इलाकों तक पहुंच गई। ग्रामीणों ने आग बुझाई। इसके अलावा जौलकांडे के जंगल में भी आग लग गई, जिस पर देर शाम ग्रामीणों ने काबू पाया। धरमघर रेंज के कुछ जंगलों की आग वन विभाग ने बुझा दी है, लेकिन कई जंगल अभी भी जल रहे हैं। ग्रामीण सुंदर सिंह, मनोज सिंह, हरीश सिंह, कैलाश सिंह, सुरेश सिंह ने जंगल की आग पर काबू पाने की मांग की है। इधर, वन क्षेत्राधिकारी सुंदर सिंह नेगी ने कहा कि सूचना मिलने के बाद आग बुझाई जा रही है और आग लगाने वालों पर भी नजर रखी जा रही है। पकड़े जाने पर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।