बारिश नहीं होने से सरयू-गोमती का जलस्तर घटने लगा
बागेश्वर में औसतन बारिश काम होने से इस बार सरयू और गोमती नदी का जलस्तर लगातार गिर रहा है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : औसतन बारिश काम होने से इस बार सरयू और गोमती नदी का जलस्तर लगातार गिर रहा है। यह नदियां जलस्त्रोतों पर आधारित हैं। जाड़ों में यदि बारिश नहीं हुई तो पेयजल संकट पैदा होने की आशंका तेज हो गई है। सरयू नदी में जहां कठायतबाड़ा पंपिग योजना, आइवेल योजना, कलक्ट्रेट को पंपिग योजना के अलावा खरेही पंपिग योजना संचालित हो रही है। वहीं सिचाई विभाग की लिफ्ट योजनाएं भी प्रभावित होने लगी हैं।
गोमती नदी में सिचाई की लिफ्ट योजनाएं बनी हैं। जिससे लगभग दस हजार नाली कृषि भूमि सिचित हो रही है। अलबत्ता अच्छी बारिश का इंतजार जहां किसानों को है, वहीं विभाग भी चितित हैं। जिले में सिचाई विभाग के पास 148 नहरें हैं। जिसमें 100 नहरों में वर्तमान में पानी चल रहा है जबकि 48 नहरों की मरम्मत आदि का काम चल रहा है। बारिश नहीं होने से नदियों, गधेरों में पानी की कमी होने से सिचाई नहरें भी प्रभावित होने लगी हैं। सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता एके जान ने कहा कि इस वर्ष औसतन बारिश कम होने के कारण जलस्त्रोत प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है। यदि बारिश नहीं होती है तो जलस्तर कम होगा और पानी की दिक्कत हो सकती है।
जल संस्थान के पास जिले में 150 पेयजल योजनाएं हैं। जिसमें जलस्त्रोत आधारित 148 योजनाएं हैं। इन योजनाओं से करीब डेढ़ लाख लोगों को पेयजल आपूíत की जा रही है। बारिश नहीं होने से जलस्त्रोतों में पानी की कमी होने की आशंका बनी हुई है। सरयू नदी में बनी पंपिग योजनाएं वर्तमान में सुचारु हैं। बारिश नहीं हुई तो नदियों का जलस्तर में कमी होगी और योजना प्रभावित हो सकती है।
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:: वर्जन-
बारिश नहीं होने से नदियों का जलस्तर कम हुआ है। अभी पेयजल की कमी नहीं है। क्षतिग्रस्त योजनाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। बारिश की कमी के कारण जलस्त्रोतों में पानी की कमी हो सकती है। भविष्य में पेयजल संकट होने की आशंका बनी हुई है। 148 योजनाएं प्राकृति स्त्रोतों से बनी हुई हैं।
-एमके टम्टा, अधिशासी अभियंता, जलसंस्थान, बागेश्वर।