पेयजल योजनाएं दो, फिर भी प्यासे लोग
संसू गरुड़ क्षेत्र के दर्जनों गांवों में पेयजल किल्लत है। कहने को यहां के लिए दो पेयजल योजन
संसू, गरुड़ : क्षेत्र के दर्जनों गांवों में पेयजल किल्लत है। कहने को यहां के लिए दो पेयजल योजनाएं बनी हैं, लेकिन लोगों को प्यास बुझाने के लिए प्राकृतिक स्त्रोतों की दौड़ लगानी पड़ रही है। उपभोक्ताओं ने जल संस्थान से मांग के अनुरूप पेयजल आपूíत करने की मांग की है।
गर्मी शुरू होते ही पेयजल योजना के स्त्रोत का पानी कम होने लगता है। जिससे क्षेत्र में पानी का संकट बढ़ जाता है। इस बार भी टीटबाजार, भकुनखोला, नौघर, सेलीहाट, गड़सेर, बैजनाथ, फुलवारीगूंठ आदि गांवों में पेयजल किल्लत होने लगी है। यहां करीब तीन हजार की आबादी निवास करती है। जिन्हें पानी के लिए हैंडपंप या नौघर स्थित एकमात्र प्राकृतिक धारे की शरण लेनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि हर साल लोगों को पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ता है। विभाग को कई बार लिखित में भी समस्या से अवगत कराया गया है। इसके बाद भी हालात नहीं सुधर रहे हैं। किशन सिंह, मनोज सिंह, मोहन सिंह, मनोज गोस्वामी, दिनेश गोस्वामी, कैलाश जोशी आदि ने कहा कि पेयजल योजना पुरानी हो गई है। कई स्थानों पर पाइप लाइन में रिसाव हो रहा है। इधर, एई अशोक कुमार भट्ट ने कहा कि गर्मी बढ़ने के साथ स्त्रोत का पानी कम होने लगता है। जिससे क्षेत्र में पेयजल किल्लत हो रही है। उपभोक्ताओं को अन्य माध्यमों से पेयजल उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा।