बागेश्वर में एक अरब 40 करोड़ से बन रही पेयजल योजनाएं

बागेश्वर जिले में पेयजल संकट दूर करने के लिए एक अरब 40 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 06:24 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 06:24 PM (IST)
बागेश्वर में एक अरब 40 करोड़ से बन रही पेयजल योजनाएं
बागेश्वर में एक अरब 40 करोड़ से बन रही पेयजल योजनाएं

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में पेयजल संकट दूर करने के लिए एक अरब 40 करोड़ रुपये स्वीकृत हैं। इससे जखेड़ा पेयजल योजना का पुनर्गठन और गरुड़ तहसील में वृहद पेयजल योजना निर्माणाधीन है, जिससे लगभग 22 गांव लाभान्वित होंगे। इसके अलावा हर घर जल, हर घर नल योजना के प्राथमिक चरण का कार्य शुरू हो गया है।

1997 में बागेश्वर जिला बनने के बाद आज तक जिला पानी के संकट से जूझ रहा है। नई योजनाओं के अभाव के साथ ही पुरानी योजनाओं का पुर्नगठन नहीं हो सका है। पानी के लिए आंदोलनों के बावजूद स्थिति जस की तस है। गर्मियों में यह समस्या और विकराल रूप धारण कर लेती है। जिला मुख्यालय के मंडलसेरा समेत मालता स्थित पुलिस लाइन, गरुड़, कांडा में पानी का संकट बना हुआ है। सरयू, गरुड़ गंगा, गोमती नदी के अलावा स्थानीय गधेरों से योजना बन रही है। वहीं, 100 करोड़ रुपये हर घर जल, हर घर नल योजना के तहत जिले में स्वीकृत हुए हैं। इनमें सबसे बड़ी पेयजल योजना गरुड़ वृहद योजना शामिल है। इन योजनाओं से 34 गांवों को लाभ मिलेगा।

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पेयजल योजना का नाम लागत

-गरुड़ वृहद पेयजल योजना दस करोड़

-खलड़िया पेयजल योजना तीन करोड़, 19 लाख

-जेठाई पेयजल योजना 17 करोड़, 12 लाख

-खरेही पेयजल योजना 29 करोड़

-मेहनरबूंगा पेयजल योजना छह करोड़, 30 लाख

-मंडलसेरा पेयजल योजना 14 करोड़

-जखेड़ा पेयजल योजना पुनर्गठन 60 करोड़

-वर्जन-

जिले में एक अरब, 40 करोड़ की लागत से पेयजल योजनाएं निर्माणाधीन हैं। इन योजनाओं से पूरे जिले में पेयजल संकट दूर होगा। जखेड़ा पेयजल योजना का पुनर्गठन 60 करोड़ से होगा। इसका लाभ ग्रामीण क्षेत्र से लेकर नगर के लोगों को भी मिलेगा। 100 करोड़ रुपये हर घर जल, हर घर नल के तहत व्यय किए जा रहे हैं।

-विनीत कुमार, डीएम, बागेश्वर।

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