मजकोट के ग्रामीण बिजली, पानी और सड़क के लिए गरजे
बागेश्वर के ग्राम पंचायत मजकोट के ग्रामीणों ने सड़क पानी बिजली की समस्या को लेकर कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: ग्राम पंचायत मजकोट के ग्रामीणों ने सड़क, पानी, बिजली की समस्या को लेकर मंगलवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण 21 वीं शदी में मूलभूत सुविधाओं के लिए आंदोलन को बाध्य हैं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्राम प्रधान मदन मोहन गुसाई के नेतृत्व में ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट में नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया और ज्ञापन जिलाधिकारी विनीत कुमार को सौंपा। उन्होंने कहा कि बीनातोली-कुंझाली-मजकोट सड़क में अपग्रेडेशन एवं डामरीकरण एक साल पूर्व स्वीकृत हो गया था। जिसके लिए 931.51 लाख रुपये की डीपीआर स्वीकृत हुई। लेकिन अभी तक सड़क पर कार्य शुरू नहीं हो सका है। बीनातोली, कुंझाली, मजकोट, अगरकोट और बच्वाड़ निर्माणाधीन सड़क अभी दस किमी बनी है। पांच किमी मोटर मार्ग शेष है। जिस पर पेड़ कटान, पीलरबंदी का कार्य पूरा हो गया है। लेकिन सड़क का निर्माण अभी शुरू नहीं हो सका है। यह सड़क फरवरी 2004 में स्वीकृत हुई थी। मजकोट, नेल, देवपुरी से गैरसैंण मोटर मार्ग 2015-16 में स्वीकृत हुआ। 2017 में पेड़ों की गणना और सर्वे पूरी हुई। 11 किमी सड़क ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को कुमाऊं से जोड़ने वाली है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। ग्राम पंचायत मजकोट के राजस्व ग्रांव कुंझाली में 2019 में पेयजल योजना स्वीकृत हुई। 2020 में निर्माण कार्य शुरू हुआ लेकिन आधे से अधिक निर्माण होने के बाद अधर में लटकी हुई है। ग्रामीणों ने कहा कि भीषण बर्फबारी से 2014 में बिजली की मुख्य लाइन के तार क्षतिग्रस्त हो गए थे। वर्तमान में वह खेतों के ऊपर झूल रहे हैं। जिससे दुर्घटना का भय बना हुआ है। इसके अलावा भूस्खलन के कारण कई पोल भी गिर गए हैं। जिन्हें अभी तक दुरुस्त नहीं किया जा सका है। मजकोट में दस साल से विद्युत आपूíत का दावा किया जा रहा है, लेकिन अभी भी कई घरों को कनेक्शन नहीं मिल सके हैं। इस मौके पर देवेंद्र कुमार, मोहन पुरी, बलवंत सिंह, कैलाश गिरी, दीन दयाल पुरी, दीपक गिरी आदि मौजूद थे।