बालम जनौटी थे कुमाऊं के शेर

वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी और अल्मोड़ा के पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष स्व. बालम सिंह जनौटी की 73वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व के बारे में बताया तथा उन्हें कुमाऊं का शेर कहा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 04:42 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 04:42 PM (IST)
बालम जनौटी थे कुमाऊं के शेर
बालम जनौटी थे कुमाऊं के शेर

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी और अल्मोड़ा के पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष स्व. बालम सिंह जनौटी की 73वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व के बारे में बताया तथा उन्हें कुमाऊं का शेर कहा। जल, जंगल व जमीन को लेकर किए गए कार्यों को याद किया।

शनिवार को जिला बार एसोसिएशन और बालम जनौटी साहित्य, पर्वतीय विकास समिति के बैनर तले तहसील सभागार में कार्यक्रम हुआ। बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राजेश रौतेला की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में सबसे पहले जनौटी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्व. जनौटी के पुत्र दिग्विजय जनौटी ने पिता की राह पर चलकर उनके आदर्शों को मुकाम तक पहुंचाने का संकल्प लिया। बार ऐसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गोविद सिंह भंडारी ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि समाज हित में जनौटी हमेशा आगे रहे। उत्तराखंड राज्य निर्माण के दौरान जल, जंगल, जमीन और राज्य के विकास के लिए नींव रखी। जंगलों में दिन बिताए और समाजहित के लिए संघर्ष किया। इस दौरान बालम जनौटी की जीवनी के बारे में बताया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राकेश रौतेला ने जनौटी को प्रकृति प्रेमी और साहित्य प्रेमी बताया। इस मौके पर वृक्ष प्रेमी किशन सिंह मलड़ा, व्यापार संघ के जिलाध्यक्ष बबलू नेगी, वरिष्ठ व्यापारी नरेंद्र खेतवाल, रेडक्रास सोसाइटी के चेयरमैन संजय शाह जगाती, प्राधिकरण हटाओ मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्रमोद मेहता, भाजयुमो जिलाध्यक्ष मनोज ओली, बार ऐसोसिएशन के सचिव चंदन सिंह ऐठानी, कांग्रेस नेता भैरव नाथ टम्टा, एड. पंकज धपोला, प्रेस क्लब अध्यक्ष चंदन परिहार, किशन लाल आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन शासकीय अधिवक्ता बसंत बल्लभ पाठक ने किया।

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