बागेश्वर में पेंशनरों को जीवन प्रमाणपत्र के लिए आने वाली कॉल से सावधान रहने के लिए कहा
बागेश्वर में जनजागरण कर पेंशनरों को साइबर अपराधियों से बचने के प्रति सावधान किया गया।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : पेंशनरों को साइबर अपराधियों से बचना होगा। उन्हें जीवन प्रमाण आनलाइन अपडेट कराने के लिए कॉल किए जा रहे हैं। ये साइबर क्राइम करने वालों के हो सकते हैं। ऐसे फोन से उन्हें सावधान रहना होगा। वरिष्ठ कोषाधिकारी पूरन चंद्र उप्रेती ने पेंशनरों, पारिवारिक पेंशनरों को सावधान किया है। उन्होंने कहा कि जीवन प्रमाणपत्र आनलाइन अपडेट कराने के लिए आने वाली कॉल पर ध्यान न दें। ऐसी फोन कॉल आने पर संबंधित को नियुक्ति की तिथि, सेवानिवृत्त की तिथि, पीपीओ, जीआरडी नंबर, आधार कार्ड संख्या, पेन कार्ड संख्या, स्थायी पता, ई-मेल आइडी, सेवानिवृत्त पर प्राप्त राशि, मासिक पेंशन, नामांकित परिवारिक पेंशन का नाम आदि जानकारी कतई शेयर न करें। उन्होंने कहा कि यह साइबर अपराधी पेंशनरों को पूरे डाटा के साथ कॉल करते हैं। ताकि पेंशन पूर्ण रूप से आश्वस्त हो जाए। संबंधित व्यक्ति, पेंशन निदेशालय, कोषागार, उपकोषागार, पोस्ट आफिस, सीएससी आदि का नाम भी लेते हैं। उन्होंने कहा कि आनलाइन जीवन प्रमाणपत्र अपडेट करने के लिए मोबाइल पर प्रेषित ओटीपी साझा करने के लिए भी कहते हैं। ओटीपी बताने पर जालसाजों को पेंशनधारक के बैंक खातों की डायरेक्ट रिपोर्ट मिल जाती है। वह पेंशनों के बैंक खाते में जमा सभी धनराशि से तुरंत दूसरे फर्जी खाते अथवा वॉलेट में स्थानांतिरत कर देते हैं। उन्होंने कहा कि पेंशन धारकों को आनलाइन धोखाधड़ी से बचना होगा। उन्होंने कहा कि पेंशन धारकों को जीवन प्रमाणपत्र के अपडेट आदि के लिए विभाग कोई भी कॉल नहीं करता है। पेंशन धारकों को जीवन प्रमाणपत्र स्वयं उपस्थित होकर अपडेट करना होता है।