पुराने सर्वे के अनुसार बनाई जाए अमस्यारी को सड़क

बागेश्वर जिले के टिटोली-बूंगा अमस्यारी पीएमजीएसवाइ के तहत निर्माणाधीन मोटर मार्ग पुरानी सर्वे के आधार पर बनाने की मांग शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Mar 2021 11:31 PM (IST) Updated:Mon, 08 Mar 2021 11:31 PM (IST)
पुराने सर्वे के अनुसार बनाई जाए अमस्यारी को सड़क
पुराने सर्वे के अनुसार बनाई जाए अमस्यारी को सड़क

जासं, बागेश्वर : टिटोली-बूंगा, अमस्यारी पीएमजीएसवाइ के तहत निर्माणाधीन मोटर मार्ग पुरानी सर्वे के आधार पर बनाने की मांग शुरू हो गई है। ग्रामीणों ने आवासीय मकानों की सुरक्षा के लिए पक्की दीवार बनाने की भी मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। सोमवार को जिलाधिकारी विनीत कुमार को सौंपे गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि सड़क की सर्वे नियमानुसार वन पंचायत की भूमि से होकर कराई गई थी लेकिन पीएमजीएसवाइ मार्ग की कटिग दूसरे स्थान से करा रहा है और यह नियमों का उल्लंघन है। नई सर्वे के अनुसार सड़क से मकानों को खतरा पैदा हो गया है। कटिग के कारण मलबा आदि भी दिक्कत पैदा कर रहा है। सुरक्षा दीवार बनाने के लिए कई बार आग्रह भी किया गया लेकिन कोई कार्रवाई नही हो सकी है।

उन्होंने कहा कि पुरानी सर्वे के अनुसार सड़क का निर्माण किया जाना है। यदि नई सर्वे होती है तो ग्रामीणों की नाप भूमि का मुआवजा भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि सड़क को बिना सर्वे जबरन काटने की कोशिश की गई तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर भगौत सिंह, पूरन, चंचल, मनोज सिंह आदि मौजूद थे।

उधर एसएसजे विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत अभियान चलेगा। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी ने समीक्षा करते हुए कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम गंगा तथा उसकी सहायक नदियों के संवर्धन और स्वच्छता को लेकर नदियों और उसके आसपास स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित होंगे। कोसी और रिस्पना नदी की भांति पुनर्जनन करने के लिए यह कार्यक्रम उत्कृष्ट पहल है। स्वच्छ गंगा मिशन के तहत गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के संर्वधन के लिए विवि में 15 मार्च से स्वच्छता पखवाड़ा होगा। जिसमें 15 मार्च से चित्रकला प्रतियोगिता, 19 से नदियों एवं उनकी सहायक जलधाराओं के संवर्धन के लिए जागरूकता कार्यक्रम, 22 मार्च को कोसी नदी के पास स्वच्छता कार्यक्रम व पेंटिग प्रदर्शनी के परिणामों की घोषणा, 23 मार्च को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नदियों को बचाने व पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने की अपील की जाएगी। 24 मार्च को 'गंगा व उसकी समस्त सहायक नदियां: रणनीति' विषय पर सेमिनार, 26 मार्च को हस्ताक्षर अभियान व 31 मार्च को रन फॉर गंगा के तहत चौघानपाटा से दौड़ प्रतियोगिता होगी। बैठक में नमामि गंगे कार्यक्रम का नोडल अधिकारी डा. नवीन भट्ट व संयोजक डा. ममता असवाल को बनाया गया। वहीं प्रो. सोनू द्विवेदी, लियाकत अली, डा. ललित जोशी को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। बैठक में निदेशक प्रो. नीरज तिवारी, कुलसचिव डा. विपिन जोशी, देवेन्द्र पोखरिया आदि मौजूद रहे।

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